महाकुम्भ नगर: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सपरिवार सोमवार को पवित्र संगम में डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया और प्रभु से समस्त प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की.
#WATCH | #Mahakumbh2025 | Prayagraj: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami takes a holy dip at Triveni Sangam. pic.twitter.com/O2x5bAX5p4
— ANI (@ANI) February 10, 2025
दरअसल, महाकुम्भ के पावन अवसर पर दो दिवसीय दौरे पर धामी रविवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महाकुम्भ को आस्था का महासंगम करार दिया और कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि यह महाकुम्भ हमारे युग में आया है. उन्होंने महाकुम्भ के भव्य आयोजन के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी की प्रशंसा की.
संतो के आशीर्वाद से UCC लागू किया- CM धामी
निरंजनी पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्रीश्री 1008 स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज के शिविर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान किया गया. सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज रहे जबकि अध्यक्षता अखाड़ा परिषद, माँ मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने की.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह संतों का आशीर्वाद ही है कि उत्तराखंड समान नागरिकता कानून लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है. इस कानून का उद्देश्य विभिन्न धर्मों और समुदायों पर आधारित असमान कानूनी प्रणालियों को समाप्त करके सामाजिक सद्भाव, समानता और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना है.
पूरे देश में लागू होना चाहिए यूसीसी- श्रीमहंत हरि गिरि महाराज
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि एक देश एक नियम से ही देश को मजबूत बनाया जा सकता है. अतः समान नागरिकता कानून जल्द से जल्द पूरे देश में लागू होना चाहिए. निरंजन पीठाघीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने समान नागरिकता कानून लागू करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना की और कहा कि देश विरोधी तत्वों की साजिशों को नाकाम करने के लिए यह कानून जल्द पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए.
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर और जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि विश्व के अनेक देशों में पहले से ही समान नागरिकता कानून लागू है. वहां किसी धर्म या समुदाय विशेष के लिए अलग से कोई धर्म नहीं है, मगर भारत में ऐसा नहीं हैं. इसी का फायदा उठाकर भारत विरोधी ताकतें भारत को कमजोर करने का प्रयास करती हैं. अतः भारत की एकता व अखंडता के लिए समान नागरिकता कानून लागू होना बहुत जरूरी है.
हिन्दुस्थान समाचार
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