Maha Kumbh 2025: यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में रोजाना लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. देश के कोने से आए लोग पवित्र त्रिवेणी संगम में की डुबकी लगा रहे हैं. आस्था इस कदर है कि महाकुंभ में भारी भीड़ होने और ट्रैफिक जाम के बावजूद लोगों कोसों पैदल चलकर तीर्थराज पहुंच रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, 33 दिनों में अबतक 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है. आस्था का यह महाकुंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन शुरू हुआ था. उस समय अनुमान था कि 45 दिन के इस महापर्व में 45 करोड़ लोग आएंगे लेकिन 33 दिनों में ही 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया. अभी भी महाकुंभ के समापन में 12 दिन बाकी है. ऐसे में शायद 5-7 करोड़ लोगों के और संगम आने का अनुमान हैं. कल शनिवार और फिर रविवार है. ऐसे में प्रशासन का अनुमान है कि वीकेंड पर भीड़ उमड़ सकती है.
#WATCH | More than 50 crore devotees have taken a dip in the Triveni Sangam in the ongoing Maha Kumbh so far, says Uttar Pradesh Government. pic.twitter.com/kB2tEdDvAv
— ANI (@ANI) February 14, 2025
इस प्रकार महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने का महारिकॉर्ड बना है. इतिहास में दुनिया में यह सबसे बड़ा महापर्व बन गया है. अमेरिका और चीन की कुल आबादी के बाद तीसरी सबसे बडी आबादी तीर्थराज पहुंची है. बता दें ब्राजील के रियो कार्निवल फेस्टिवल 9 दिनों तक चलने रहा है. वहा रोजाना करीब 20 लाख लोग पहुंचे हैं. इसी तरह जर्मनी के अक्टूबर फेस्ट में 70 लाख लोग पहुंचते है. लेकिन महाकुंत्रभ में आने श्रद्धालुओं की संख्या इनसे काफी ज्यादा है.
CM योगी ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुम्भ 2025, प्रयागराज में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी ने एक्स पर लिखा कि भारत की कुल जनसंख्या में 110 करोड़ नागरिक सनातन धर्मावलंबी हैं और उसमें से 50 करोड़ से अधिक नागरिकों द्वारा संगम में पवित्र स्नान उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति महान सनातन के प्रति दृढ़ होती आस्था का परिचायक है. वास्तविक अर्थों में भारत की लोक आस्था का यह अमृतकाल है.
एकता और आस्था के इस ‘महायज्ञ’ में पवित्र स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त करने वाले सभी पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन!
भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुम्भ 2025, प्रयागराज में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
भारत की कुल जनसंख्या में 110 करोड़ नागरिक सनातन धर्मावलंबी हैं और उसमें से 50 करोड़ से अधिक नागरिकों…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 14, 2025
मानवता के इस महोत्सव के सकुशल आयोजन में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वच्छताकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद तथा प्रदेश वासियों को बधाई ! भगवान तीर्थराज प्रयाग सभी की मनोकामना पूर्ण करें !
50 करोड़ से अधिक की यह संख्या किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की अबतक की सबसे बड़ी सहभागिता बन चुकी है. इस विराट समागम का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया में केवल भारत और चीन की जनसंख्या ही यहां आने वाले लोगों की संख्या से अधिक है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के सुव्यवस्थित प्रयासों से भारत की इस प्राचीन परंपरा ने अपनी दिव्यता और भव्यता से पूरी दुनिया को मुग्ध कर दिया है.
अमेरिका, रूस और पाकिस्तान जैसे देशों की जनसंख्या भी इतनी नहीं
यूएस सेंसस ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया के 200 से अधिक राष्ट्रों में जनसंख्या के दृष्टिकोण से टॉप 10 देशों में क्रमश: भारत (1,41,93,16,933), चीन (1,40,71,81,209), अमेरिका (34,20,34,432), इंडोनेशिया (28,35,87,097), पाकिस्तान (25,70,47,044), नाइजीरिया (24,27,94,751), ब्राजील (22,13,59,387), बांग्लादेश (17,01,83,916), रूस (14,01,34,279) और मैक्सिको (13,17,41,347) शामिल हैं. वहीं महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं की अबतक की संख्या (50 करोड़ पार) को देखा जाए तो केवल भारत और चीन की जनसंख्या ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अधिक है. जबकि अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया, ब्राजील, बांग्लादेश, रूस और मैक्सिको की जनसंख्या भी इससे कहीं पीछे है. ये दिखाता है कि महाकुम्भ अब केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह सनातन धर्म के विराट स्वरूप का प्रतीक बन चुका है.
विभिन्न स्नान पर्वों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था. एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई, इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी. वहीं माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पावन स्नान किया था.
16 फरवरी को राहुल-प्रियंका लगाएंगे डुबकी
16 फरवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संगम में डुबकी लगाएंगे. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, उनके आने का कार्यक्रम लगभग फाइनल है. तैयारियां की जा रही है.
सीएम योगी खुद कर रहे मॉनिटरिंग
सीएम योगी खुद महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सीएम योगी ने लखनऊ में मीटिंग की. उन्होंने सरकार के उच्च अधिकारियों को जमीन पर उतरकर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ जाने वाले रास्तों पर जाम नहीं लगना चाहिए. प्रयागराज आनेवाले किसी भी श्रद्धालु को दिक्कत नहीं होनी चाहिए और अगर जाम लगता है तो वहां के अफसरों की जवाबदेही तय होगी.
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