Sheesh Mahal Controversy: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिी बुरी हार के बाद अब उनके सामने एक नई मुसीबत सामने खड़ी हो गई है. बीजेपी के द्वारा केजरीवाल के शीशमहल के आरोपों को केंद्रीय सतर्कता आयोग एक्शन में आया है. CVC ने नवंबर से चल रहे इस मामले पर विस्तृत जांच करने के आदेश दिए हैं. बता दें, बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने 14 अक्टूबर, 2024 को सीवीसी को इस मामले में शिकायत दर्ज की थी.
Delhi | Central Vigilance Commission ordered a probe into 6 Flagstaff Bungalow (Residence of former CM Arvind Kejriwal) renovations on February 13 after a factual report was submitted by the CPWD on Arvind Kejriwal’s official CM Residence. CVC has asked CPWD to conduct a detailed…
— ANI (@ANI) February 15, 2025
शुरुआती रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल के 6 फ्लैग स्टाफ बंगले जो कि 40, 000 वर्ग गज (8 एकड़) में बने भव्य बंगले के निर्माण में कई नियमों का उल्लघंन किया गया है.
विजेंद्र गुप्ता द्वारा सीवीसी को लिखी गई शिकायत में आरोप लगया था कि राजपुर रोड पर प्लॉट नंबर 45 और 47 के दो बंगले (8-ए, 8-बी और फ्लैग स्टाफ रोड) सहित सभी सरकारी संपत्तियों को तोड़ कर एक नया आवास बना दिया गया था, जो ग्राउंड कवरेज और फ्लोर एरिया अनुपात के नियमों का पूरी तरह से उल्लघंन करता है.
विजेंद्र गुप्ता द्वारा शिकायत के आधारित एक रिपोर्ट सीपीडब्लयूडी के मुख्य सतर्कता अधिकारी के द्वारा सीवीसी को सौंपी गई थी जिसके बाद 13 फरवरी 2025 को रिपोर्ट की जांच के बाद CVC ने सीपीडब्लयूडी को विस्तृत जांच करने के आदेश दिए हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने बंगले के रेनोवेशन में करीब 45 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं. पिछले साल 9 दिसंबर को बीजेपी ने केजरीवाल के शीशमहल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था.
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