भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक और विवेकशील तरिके के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई मौकों पर विदेशी धरती पर कुछ ऐसे व्यंग्य किए हैं. जिससे सामने वाले की बोलती बंद हो गई थी. इसी तरह एक बार फिर कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है.
हाल ही में एस जयशंकर म्यूनिख में सिक्योरिटी कॉन्फेंस की एक बैठक में शामिल हुए थे. जिसमें उनके साथ नॉर्वे की प्रधानमंत्री और अमेरिका सीनेटर एलिसा स्लॉटकिन और वारसा के मेयर रफाल ट्रासकोव्सक पैनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए थे.
Started the #MSC2025 with a panel on ‘Live to Vote Another Day: Fortifying Democratic Resilience’. Joined PM @jonasgahrstore, @ElissaSlotkin and @trzaskowski_.
Highlighted India as a democracy that delivers. Differed with the prevailing political pessimism. Spoke my mind on… pic.twitter.com/h3GUmeglst
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 14, 2025
लोकतंत्र पर क्या बोले विदेश मंत्री
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और दुनिया में लोकतंत्र की अहमियत पर बात की. उनका कहना था कि-‘ लोकतंत्र ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है’. इस बैठक के दौरान कुछ पैनलिस्ट का यह मानना था कि दुनिया में लोकतंत्र का भविष्य खतरे में हैं. इस पर जयशंकर ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि-” मैं लोकतंत्र को लेकर काफी ज्यादा आशावान हूं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अभी अपने राज्य के चुनाव में हिस्सा लेकर आया हूं. बीते साल हमारे देश में राष्ट्रीय चुनाव हुए थे और कुल मतदाताओं में से करीब दो तिहाई लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव के नतीजों को लेकर कोई मतभेद नहीं है और मतदान शुरू होने के बाद से अब 20 प्रतिशत अधिक मतदाता अपने मताधिकार के इस्तेमाल कर रहे हैं.”
भारतीय समाज में लोकतंत्र का गेहरा महत्व
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, ‘भारत ने आजादी के बाद ही लोकतंत्र के मॉडल को अपनाया. लेकिन पश्चिम के देश मानते हैं कि लोकतंत्र उनकी देन हैं. लेकिन वैश्विक दक्षिण के देश मानते हैं कि भारतीय समाज में लोकतंत्र अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा गहरे तक बैठा हुआ है’. उनका यह कहना था कि भारत में लोकतंत्र अच्छे से काम कर रहा और लोकतंत्र ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है. माना लोकतंत्र के लिए चुनौतियां भी हैं और अलग-अलग देशों में हालात अलग हैं, लेकिन कई देशों में लोकतंत्र अच्छे से काम कर रहा है.
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