भारतीय मूल के काश पटेल को हाल ही में अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (Federal Bureau of Investigation) का निदेशक बनाया गया है. इसे लेकर पूरी दुनियाभर में उनकी तारीफ हो रही है. वहीं खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अब व्हाइट हाउस की सिक्योरिटी काबिल हाथों में हैं. काश पटेल ने हिंदुओं के धार्मिक ग्रंथ भागवत गीता को हाथों में लेकर शपथ ली थी. यह प्रत्येक हिंदू के लिए एक गर्व की है. काश पटेल की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब शपथ ग्रहण के दौरान भागवत गीता का प्रयोग किया गया हो इससे पहले भी कई बड़े लीडर्स इसका प्रयोग कर चुके हैं. इनके बारे में नीचे बताने जा रहे हैं.
सुहास सुब्रमण्यम – अमेरिका में वर्जिनिया स्टेट के मुखिया (कांग्रेसमैन) के रूप में चयनित होने वाले सुहास सुब्रमण्यम ने शपथ के दौरान भागवत गीता को पकड़ा था. इसी साल उन्हें इस पद के लिए चुना गया है.
तुलसी गाबार्ड – अमेरिका में ही डीएनआई की (Director of National Intelligence) डायरेक्टर बनाया गया था, इस दौरान शपथ ग्रहण में उन्होंने गीता को पकड़ा हुआ था. वो इससे पहले भी एक इंटरव्यू के दौरान बता चुकी हैं कि भागवत गीता उनके लिए आंतरिक शांति और सामर्थ्य का एक अंतहीन स्त्रोत है.
कनिष्का नारायण – यूनाइटेड किंगडम पिछले साल पार्लियामेंट की सदस्य के रूप में चुनी गई कनिष्का नारायण शपथ के समय गीता लेकर पंहुची थी. इस दौरान उनकी तस्वीरों को काफी पसंद किया गया था. बता दें कि कनिष्का भारतीय मूल की हैं और इस समय यूके की मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हैं.
बॉब ब्लेकमैन – यूनाइटेड किंगडम में ही पार्लियामेंट चुनावों में चुने हुए बॉब ब्लैकमैन का नाम भी इस लिस्ट में आएगा. उन्होंने शपथ लेते समय भागवत गीता और बाइबल दोनों को अपने साथ रखा था.
वरुण घोष – ऑस्ट्रेलिया के सिनेटर पद पर चुने जाने पर वरुण घोष ने भागवत गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. साथ ही वो ऐसा करने वाले ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में पहले पहले व्यक्ति भी बन गए थे.
ऋषि सुनक – ब्रिटेन (यूके) के पूर्व प्रधानमंत्री और साल 2022 में वित्त मंत्री के तौर पर चुने गए ऋषि सुनक ने शपथ लेते वक्त भागवत गीता का प्रयोग किया था. इस दौरान प्रत्येक भारतीय गौरवान्वित महसूस कर रहा था.
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