तमिलनाडु की सत्ता पर काबिज डीएमके का हिंदी और सनातन विरोधी चेरा एक बार फिर सामने आया है. इस बार डीएमके नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशनों पर लगे बोर्डों पर हिन्दी में लिखे शब्दों पर कबिख पोत दी. जिसके बाद रेलवे ने एक्शन लेते हुए आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं बोर्ड को ठीक कराया गया है.
बता दें डीएमके पार्टी लगातार नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का विरोध कर रही है. इसी बहाने वो हिंदी का विरोध कर अपनी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश भी करती नजर आ रही है. डीएमके सरकार ने केंद्र पर हिंदी ठोपने का आरोप लगाया है. इसी बात का विरोध करते हुए डीएमके नेताओं ने पोलाच्चि जंक्शन और पलयनकोट्टी रेलवे स्टेशन पर लगे बोर्ड पर हिंदी के शब्दों पर कालिख पोत दी. रेलेव पुलिस ने आरोपियों पहचान करेके केस दर्ज किया है.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राज्य में पिछले कुछ सालों में बीजेपी अपने जमीन मजबूत करने में सफ हुई है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी का वोट शेयर बढ़ा है. यही कारण है कि डीएमके अपनी खिसकती जमीन देखकर हिंदी और सनातन का विरोध कर रही है.
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