इम्फाल: मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील का स्थानीय लाेगाें पर दिखा है. राज्यपाल की हथियार सरेंडर करने की चेतावनी के अंतिम दिन गुरुवार काे राज्यभर में 307 अवैध हथियार लाेगाें ने सरेंडर कर दिए. इसे राज्य में शांति बहाल हाेने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. गुरुवार को प्रथम मणिपुर राइफल्स (एमआर) ग्राउंड पर आयाेजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मैतेई युवा समूह अरामबाई तेंगोल के युवा अपने अवैध हथियार लेकर पहुंचे और अधिकारियों के सामने हथियारों को सरेंडर किया. उनके साथ कई महिला समर्थक भी मौजूद रहीं. यहां कुल 246 हथियार सरेंडर किए गए, घाटी और पहाड़ी जिलों में कई स्थानों पर 61 और हथियार सरेंडर किए गए. ग्राउंड पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी.
यह सामूहिक हथियार सरेंडर का यह आयाेजन राज्यपाल भल्ला की ओर से चेतावनी की सात-दिवसीय समय सीमा के अंतिम दिन किया गया है. इनमें से अधिकांश हथियार लोगों से लूटे गए थे. अधिकारियों ने समय से पहले हथियार सरेंडर करने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया.
उल्लेखनीय है कि मणिपुर के मुख्य सचिव प्रकाश कुमार सिंह ने एक सप्ताह पूर्व सभी युवकों से अवैध हथियार को हथियार काे सात दिन के अंदर सरेंडर करने की चेतावनी दी थी. उन्होंने समयसीमा बढ़ाने की संभावना को एकदम खारिज करते हुए स्पष्ट कहा था कि यदि तय समय में हथियार वापस नहीं किए गए, तो सुरक्षा बलों का अभियान शुरू किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार
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