भोपाल: मध्य प्रदेश राज्य सरकार के हाल में लिए गए किसान हितैषी निर्णयों के लिए रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का किसानों ने सम्मान कर आभार जताया. रविवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों के हित में बड़ा ऐलान किया. सीएम यादव ने कहा कि प्रदेश के किसानों को अब पांच रुपये में बिजली का स्थायी कनेक्शन मिलेगा. यह योजना मध्य क्षेत्र में सबसे पहले लागू की जाएगी. इसके बाद इसका पश्चिम क्षेत्र में विस्तार किया जाएगा.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार इस बजट में किसानों को सोलर पंप के माध्यम से बिजली के झंझट से मुक्त करने की योजना बना रही है. अगले तीन साल में 30 लाख सोलर पंप दिए जाएंगे. इससे दिन में भी बिजली मिलेगी. उन्होंने कहा कि सोलर एनर्जी उत्पादन करने वाले किसानों से सरकार बिजली भी खरीदेगी.
मुख्यमंत्री ने आभार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की साख बढ़ाने के लिए किसानों का जीवन सुखी और समृद्ध बनाना जरूरी है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के बारे में कहा कि पहले लोग तार पकड़ लेते थे, लेकिन करंट नहीं आता था. पहले गांवों में न बिजली थी, न सड़कें. नगरों में पेयजल, खेतों को पानी और उद्योगों को पानी दिया जा सकता था, लेकिन जब हम उज्जैन में सिंहस्थ के लिए नर्मदा का पानी मांगते थे, तो दिग्विजय सिंह ने विधानसभा में कहा था कि यह असंभव है. शिप्रा ऊंचाई पर है और नर्मदा नीचे, इसलिए यह आ ही नहीं सकती. लेकिन आज नर्मदा-शिप्रा लिंक बन चुका है. केन-बेतवा नदी जोड़कर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड को बहुत पहले ही पानी मिल सकता था, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने इसे असंभव बताया. फिर वे कोर्ट चले गए और अड़चनें डालीं. लेकिन हमने इस असंभव काम को करके दिखाया.
उन्होंने कहा कि चंबल-मालवा के 13 जिले पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से बदलने वाले हैं. चंबल क्षेत्र के लोग कभी-कभी बंदूक भी उठा लेते थे, क्योंकि “भूखे भजन न होय गोपाला”. सरकार को इस स्थिति को सुधारना चाहिए था. अब यह पानी सभी क्षेत्रों में पहुंचेगा. किसान आभार सम्मेलन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दर्शन सिंह चौधरी, कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर और विधायक रामेश्वर शर्मा मौजूद रहे.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में घोषणा की थी कि मध्य प्रदेश में गेहूं का उपार्जन 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किया जायेगा. इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये है. राज्य सरकार द्वारा गेहूं पर 175 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बोनस प्रदान किया जाएगा. वहीं, मुख्यमंत्री ने शनिवार को ही धान उत्पादक किसानों को वर्ष 2024 में विक्रय किये गये धान पर प्रति हेक्टेयर चार हजार रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान करने का भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया. इन निर्णयों के लिए किसानों ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पुष्पहार पहनाकर आभार जताया गया. सम्मेलन में मुख्यमंत्री को हल, बैलगाड़ी और गेहूं की बालियां भेंट की गईं.
हिन्दुस्थान समाचार
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