पश्चिम बंगाल में होली के मौके पर एक बार फिर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंसा की. 14 मार्च 2025 को नंदीग्राम और बीरभूम में हिंसा देखने को मिली. कट्टरपंथियों ने मंदिर में तोड़फोड़ कर भगवान की मूर्तियों को अपवित्र कर दिया. इस पर बीजेपी ने राज्य की ममता सरकार पर सवाल उठाए हैं.
नंदीग्राम से बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में भगवान की मूर्तियों को खंडित किया गया. वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने इस घटना को हिंदुओं पर हमला बताया है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा.
इस मामले को लेकर अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. नंदीग्राम ब्लॉक-2 के अमदाबाद इलाके के कमालपुर में लोग बीते मंगलवार से पूजा-अर्चना कर रहे थे, लेकिन जब राम नारायण कीर्तन जारी रहा, तो कुछ कट्टरपंथियों ने इसे रोकने की कोशिश की. उन्होंने स्थल पर तोड़फोड़ की और श्रीराम की मूर्तियों को अपवित्र कर दिया.” उन्होंने आगे कहा कि बरुईपुर, जादवपुर और मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों में इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं.
उधर, बीरभूम जिले के सैंथिया शहर से भी हिंसा भड़कने की खबर आई. रिपोर्ट्स के अनुसार, इलाके में पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए बल तैनात किया. अधिकारियों ने बताया कि शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 17 मार्च 2025 तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. यह कार्रवाई अफवाहों और भड़काऊ संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए की गई है.
बंगाल ऐसी घटनाओं का बन चुका है केंद्र
यह पहली बार नहीं है जब बंगाल में धार्मिक स्थलों पर हमला हुआ हो बल्कि 9 मार्च 2025 को बीजेपी नेता दिलीप घोष ने दावा किया था कि बशीरहाट के शंखचुरा बाजार में एक काली मंदिर पर हमला हुआ था. घोष ने आरोप लगाया कि टीएमसी नेता शाहनूर मंडल के नेतृत्व में इस हमले को अंजाम दिया गया. इस दौरान मंदिर की मूर्तियां खंडित की गईं और धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया.
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