कनाडा और अमेरिका बीच संबंधों को लेकर बड़ी खबर आई है. अमेरिका के टैरिफ वार को लेकर कनाडा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि अमेरिका के साथ कनाडा के पुराने आर्थिक और रक्षा संबंध अब समाप्त हो गए हैं.
प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा कि हमें अगले कुछ हफ्तों, महीनों और वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था को लेकर बोल्ड फैसले लेने होंगे. उन्होंने कहा है कि हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि कनाडा हर क्षेत्र में कामयाब हो, मौजूदा स्थिति को देखकर ये तय है कि अब हम अमेरिका पर भरोसा नहीं कर सकते.
कनाडाई पीएम ने कहा कि अमेरिका के साथ हमारी अर्थव्यवस्थाओं और सुरक्षा एवं सैन्य सहयोग को लेकर दशकों पुराने संबंध अब खत्म हो गए. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम हमारी सुरक्षा और व्यापारिक संबंधों पर दोबारा चर्चा करें.
कार्नी ने कहा कि यह साफ है कि कनाडाई नागरिकों के तौर पर हमारे पास शक्ति है, हमारे देश के भविष्य का फैसला हम खुद करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अपने भविष्य को खुद नियंत्रित करेंगे, कोई हम पर हक नहीं जमा सकता, अमेरिका भी नहीं.
कनाडाई पीएम ने कहा है कि ये हम पर सीधा हमला है, हम हमारे कामगारों, हमारी कंपनियों और हमारे देश की रक्षा करेंगे और ये काम हम मिलकर करेंगे.
Our response is to fight, to protect, and to build. pic.twitter.com/xKDe9b1Gjx
— Mark Carney (@MarkJCarney) March 27, 2025
किस देश पर कितना असर?
बता दें कि कनाडा और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे पर काफी हद तक निर्भर रही हैं. दोनों देश उत्तरी अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते यानी नाफ्टा के तहत व्यापार करते हैं. वर्ष 2023 के आंकड़ों के अनुसार, कनाडा एक तरह से अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार देश है. अमेरिका, कनाडा से लगभग 421 अरब डॉलर का सामान आयात करता है, जिसमें कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और ऑटोमोबाइल पार्ट्स सम्मिलित हैं.
दरअसल, कनाडा एक तरह से अमेरिका को 60 प्रतिशत से अधिक कच्चा तेल और 85 प्रतिशत से अधिक प्राकृतिक गैस की सप्लाई करता है. इसके बंद होने से अमेरिका में ऊर्जा की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है.
उधर, कनाडा की अर्थव्यवस्था भी अमेरिका पर बहुत अधिक निर्भर है. कनाडा अपने कुल निर्यात का करीब 75 प्रतिशत अमेरिका को भेजता है. अगर यह बाजार बंद हो जाए, तो कनाडा की जीडीपी में जबरदस्त गिरावट आ सकती है.
जानकारों का मानना है कि कनाडा के लिए नए व्यापारिक साझेदार ढूंढना आसान नहीं होगा. यूरोप और एशिया के साथ दूरी और लागत के कारण तत्काल विकल्प ज्यादा नहीं हैं. ऐसे में बेरोजगारी और आर्थिक संकट बढ़ सकता है.
किस फैसले से दोनों देशों के संबंध हुए खराब?
ट्रंप ने अमेरिका में आयात होने वाली कारों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है. ट्रंप का यह नया टैरिफ दो अप्रैल से लागू होने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस टैरिफ से अमेरिका को लगभग 100 अरब डॉलर का फायदा होगा.
अमेरिका का यह 25 प्रतिशत टैरिफ इम्पोर्टेड कार और ऑटो पार्ट्स पर लगेगा. ट्रंप को उम्मीद है कि इससे अमेरिकी ऑटो कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा.
इसके अतिरिक्त ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत और कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान भी किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसी महीने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत जैसे कई देश बहुत ज्यादा टैरिफ लेते हैं, अब अमेरिका भी ऐसा ही करेगा.
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