उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अब अवैध/अपंजीकृत ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई होने जा रही है. प्रदेश का परिवहन विभाग 1 अप्रैल 2025 से इस संबंध में एक विशेष अभियान चलाने जा रहा है. सीएम योगी के निर्देश के बाद परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने इस अभियान की सफलता के लिए सभी जिलों के पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी, एसएसपी/ एसपी को पत्र लिखा है.
CM योगी ने दिए थे निर्देश
दरअसल, सीएम योगी ने प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक ली थी. जिसमें उन्होंने टेंपो, ई-रिक्शा चालकों के वेरीफिकेशन कराने का निर्देश दिया है. सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में कोई नाबालिग वाहन नहीं चलाए. साथ ही किरायेदारों के वेरिफिकेशन और ओवरलोडिंग रोकने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनपदों में गठित टास्क फोर्स में परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाए.
सीएम योगी के इन निर्देशों के पालन के लिए परिवहन विभाग 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक विशेष चेकिंग अभियान चलाने जा रहा है. इसके लिए परिवहन और पुलिस विभाग मिलकर संयुक्त कार्रवाई करेंगे. साथ ही नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने की रोकथाम को लेकर विशेष ध्यान रहेगा.
हर जिले में अभियान की होगी नियमित मॉनिटरिंग
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने गुरूवार को विभागीय अधिकारियों के साथ हाई-लेवल मीटिंग की. जिसमें अपर परिवहन आयुक्त और सभी जिलों के आरटीओ, एआरटीओं को यह विशेष निर्देश दिए गए. उन्होंने बताया कि हर जिले में अभियान की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी और इस पर साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार कर हर शुक्रवार को प्रस्तुत करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
बड़े शहरों में कड़ी निगरानी
इस विशेष अभियान के तहत लखनऊ, कानपुर, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, गोरखपुर और झांसी जैसे प्रमुख शहरों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी.
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