प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर का दौरा किया. इस अवसर पर उन्होंने संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी गोलवलकर की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि के बाद पीएम मोदी ने संघ के पुराने कार्यकताओं से मिलकर अपने पुराने दिन को याद किया और कहा कि आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है. आज नववर्ष पर यहां आना सौभाग्य की बात है.
प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी का पहला दौरा
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार संघ के स्मृति मंदिर का दौरा किया है. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने 27 अगस्त 2000 को डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा किया था.
संघ के शताब्दी वर्ष की पृष्ठभूमि में इस यात्रा का महत्व और भी बढ़ गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की जयंती वर्ष प्रतिपदा (गुड़ी पड़वा) को मनाई जाती है. इसी अवसर पर संघ के स्वयंसेवक हर वर्ष नागपुर के शुक्रवारी इलाके में स्थित डॉ. हेडगेवार के निवास स्थान पर जाकर उन्हें नमन करते हैं. जिसके बाद पथसंचलन करते हुए रेशीमबाग स्थित स्मृति मंदिर में उनकी समाधि के दर्शन करते हैं.
संघ पुस्तिका में PM मोदी ने लिखा एक संदेश
स्वयंसेवकों और संघ प्रचारकों के रूप में पहचाने जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस वर्ष प्रतिपदा के मुहूर्त पर नागपुर जाकर ‘आद्य सरसंघचालक’ को प्रणाम किया, जिसे स्वयंसेवकों ने विशेष रूप से सराहा. इस दौरान प्रधानमंत्री ने रेशीमबाग परिसर का अवलोकन किया और संघ पदाधिकारियों के साथ औपचारिक चर्चा की. उन्होंने संघ कार्यालय की पुस्तिका में एक संदेश भी लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि “रेशीमबाग स्मृति मंदिर राष्ट्रसेवा को समर्पित स्वयंसेवकों के लिए एक ऊर्जा स्रोत है. हमारे प्रयासों से भारत माता की गौरवगाथा निरंतर बढ़ती रहे.”
हिन्दुस्थान समाचार
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