पड़ोसी देश म्यामांर में विनाशकारी भूकंप से तबाही का मंजर नजर आ रहा है. लगातार ज्यादा तीव्रता के तीन भूंकप से धरती इस कदर डोली कि सब कुछ तहस-नहस हो गया. इस तबाही में 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. भूकंप के कारण घायल होने वालों की संख्या भी 3200 के करीब है.
क्या कर्मिशियल बिल्डिंग, क्या फ्लाइओवर, क्या मकान, क्या दुकान सबकुछ इस विनाश में बर्बाद हो गया. भूवैज्ञानिकों जेस फीनिक्स के अनुसार, म्यामांर में 7.7 तीव्रता वाले भूकंप से उतनी ऊर्जा निकली है जितनी 334 परमाणु बमों के विस्फोट से निकलती है. वहीं USGS ने अनुमान लगाया है कि मरने वालों की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो सकती है. इस बीच, म्यांमार में शनिवार को फिर भूकंप के झटके लगे.
वहीं भारत ने पड़ोसी देश की सहायता के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत मदद भेजी है. जिनमें 118 सदस्सीय भारतीय सेना की चिकित्सा टीम, महिलाओं और बच्चों की देखभाल सेवा और 60 टन राहत सामग्री शामिल थी.
उधर रक्षा मंत्रालय के अनुसार आगरा से 118 सदस्यीय एक फील्ड हॉस्पिटल भी हवाई मार्ग से वहां भेजा जा रहा है. यह घायलों को मौके पर ही तात्कालिक चिकित्सा सहायता प्रदान करता है. इस अभियान के तहत, भारतीय सेना 60 बिस्तरों वाला चिकित्सा उपचार केंद्र स्थापित करेगी. इसमें आपातकालीन सर्जरी तक की सुविधा उपलब्ध होगी. भारत हमेशा से पड़ोसियों की सहायता के लिए तत्पर रहता है. पहले भी भारत सरकार ने दूसरे देशों की सहायता की है.
ऑपरेशन करुणा: 14 मई 2023 को, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात मोचा ने म्यांमार में तबाही मचाई थी. भारी बारिश, तूफानी लहरें, अचानक बाढ़ और भूस्खलन से म्यामांर जूझ रहा था. सित्तवे शहर का 90 प्रतिशत हिस्सा नष्ट हो गया. म्यामांर को सहायता पहुंचाने के लिए भारत ने 18 मई 2023 को ऑपरेशन करुणा शुरू किया और भारतीय नौसेना के जहाजों ने तुरंत लगभग 40 टन राहत सामग्री पहुँचाई.
ऑपरेशन दोस्त: 6 फरवरी 2023 को दक्षिणी तुर्की और उत्तरी सीरिया में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया. इसमें 40 हजार से ज़्यादा लोगों की जान चली गई और शहर के शहर तबाह हो गए. भारत ने 8 फरवरी 2023 को ऑपरेशन दोस्त शुरू किया. भारतीय वायुसेना ने एक विशेष एसएआर टीम, उपकरण, आवश्यक दवाइयाँ और अन्य राहत सामग्री तैनात की. भारत ने सीरिया को 6 टन से ज़्यादा आपातकालीन राहत सहायता भी पहुँचाई है.
ऑपरेशन समुद्र मैत्री: 28 सितंबर 2018 को इंडोनेशिया के सेंट्रल सुलावेसी प्रांत में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था. जिसके बाद समुद्र में 1.5 मीटर ऊंची सुनामी लहरें उठीं, जिससे काफी ज्यादा नुकसान हुआ. इस प्राकृतिक आपदा में 4,340 लोगों की मौत हो गई और हजारों इमारतें भी तबाह हो गई.
इसके बाद भारत ने इंडोनेशिया की मदद के लिए 1 अक्टूबर 2018 को ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरु किया. इंडियन ऑर्मी ने चिकित्सा कर्मियों और राहत सामग्री भेजी थी. HADR ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों को भी तैनात किया गया था.
ऑपरेशन मैत्री: 25 अप्रैल 2015 को नेपाल में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया, यह उस साल की सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा थी. इस त्रासदी में 8 हजार से ज़्यादा लोग मारे गए और लाखों घर नष्ट हो गए.
भारत ने नेपाल की मदद से ऑपरेशन मैत्री शुरू करके तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की. ऑपरेशन मैत्री विदेशी धरती पर किसी प्राकृतिक आपदा के जवाब में भारत द्वारा चलाया गया अब तक का सबसे बड़ा राहत अभियान था.
टेंट, कंबल, दवाइयाँ, खाना पकाने की सामग्री, भोजन, पानी, भारी इंजीनियरिंग उपकरण, एम्बुलेंस, रिवर्स ऑस्मोसिस वॉटर प्लांट, ऑक्सीजन जनरेटर, आदि पहुँचाना, खोज और बचाव और चिकित्सा दल तैनात करना, फ़ील्ड अस्पताल बनाना, घायल पीड़ितों को निकालना और उनका इलाज करना, फंसे हुए लोगों को ले जाना आदि शामिल थे.
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