कर्नाटक में महिलाओ के खिलाफ आपराधिक गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं. उन लगाम लगाने के बजाए सरकार अपराधियों की ही हौसलीआफजाई करती दिख रही है. राज्य के गृह मंत्री, जी परमेश्वर ने हाल में सामने आए छेड़छाड़ मामले पर पूछे गए सवाल के जवाब में अपराध को नजरअंदाज करते हुए ऐसा बयान दिया जिसे लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर सवाल उठे हैं.
उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं बड़े शहरों में यहां-वहां होती रहती हैं.” गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बड़े शहरों में अक्सर होती रहती हैं, जो भी कानूनी कार्रवाई की जानी है, वह कानून के अनुसार होगी.
दरअसल, महिला से छेड़खानी की यह घटना 3 अप्रैल, 2025 को बीटीएम लेआउट में हुई थी और सीसीटीवी में कैद हो गई. सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति एक महिला का पीछा करता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके साथ एक और महिला भी थी. फुटेज में दिखाया गया कि भागने से पहले उसने महिला को पकड़ लिया और उसके साथ छेड़छाड़ की.
इस घटना को लेकर जब राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘बड़े शहरों में यहां-वहां छेड़छाड़ होती रहती है.’ ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब कर्नाटक के किसी सीनियर नेता ने महिलाओं से जुड़े अपराधों पर ऐसी बयानबाजी की हो. जनवरी महीने में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के केआर मार्केट के पास सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आने के बाद विवाद खड़ा कर दिया था.
37 साल की महिला ने दो लोगों पर यौन उत्पीड़न और लूटपाट का आरोप लगाया था. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और एफआईआर दर्ज कर ली गई, लेकिन सिद्धारमैया के बयान पर विवाद भड़कते हुए देखा गया था. उन्होंने पूछा, “क्या बीजेपी के कार्यकाल में कोई रेप नहीं हुआ?” उन्होंने आगे कहा कि बलात्कार नहीं होना चाहिए, महिलाओं की सुरक्षा होनी चाहिए, लेकिन समाज में हमेशा बुरे तत्व होते हैं. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस बयान की चौतरफा निंदा हुई थी.
बता दें कि इस तरह का बयान पहले भी राजनेता दे चुके हैं. अप्रैल 2014 में उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बहनों के साथ गैंगरेप कर उन्हें पेड़ से लटका देने के बाद समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने बहुत ही शर्मनाक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ‘लड़कियां पहले दोस्ती करती हैं. इसके बाद लड़के-लड़की में मतभेद हो जाता है. मतभेद होने के बाद वे इसे रेप का नाम दे देती हैं. लड़कों से गलती हो जाती है. क्या रेप केस में फांसी दी जाएगी? लड़के हैं, नादानी में रेप हो जाता है. इसका मतलब यह तो नहीं कि उन्हें फांसी पर लटका दिया जाए. केंद्र में जब हमारी सरकार आएगी तो इस कानून को बदल दिया जाएगा.’
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