झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में ‘हो’ जनजाति समाज के 44 सदस्यों ने ईसाइयत को छोड़ कर सनातन धर्म में वापसी कर ली है. बताया गया कि इन परिवारों ने वर्ष 2016 के आस-पास प्रलोभन में आकर ईसाई धर्म अपनाया था. ये मामला चाईबासा का है.
‘हो’ समाज युवा महासभा के महासचिव गब्बर सिंह हेंब्रम ने बताया कि इन लोगों को इलाज और अन्य सुविधाओं का प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया गया था. उन्होंने आगे बताया कि बाहरी मिशनरी संगठन द्वारा धर्म परिवर्तन का षड्यंत्र चल रहा है. इसे देखते हुए ‘हो’ समाज महासभा की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसी तरह के धर्मांतरण के साजिश न फंसे.
इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं. जनवरी 2025 में ग्राम कुदमसदा के 7 लोग, और अप्रैल महीने में ग्राम गितिकिन्दु हेम्ब्रम टोला के 8 सदस्य भी सनातन परंपरा में लौटे थे. इसके अलावा पश्चिमी सिंहभूम जिले में 68 ईसाई परिवारों के लगभग 200 सदस्यों ने सनातन धर्म में धर्म वापसी की थी. यह कार्यक्रम जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ.
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