भारत को आजाद हुए 77 साल हो चुके हैं. इन बीते करीब आठ दशकों में विश्व परिदृश्य बदल चुका है. चांद और मंगल तक स्पेस साइंस की पहुंच हो गई है. वहीं युद्ध करने के तौर तरीकों में भी पिछले सालों में व्यापक बदलाव आ गया है. नई-नई मिसाइलें, टैंक, लड़ाकू विमान और सबमरीन विभिन्न देशों द्वारा बनाई जा रही हैं और हथियारों का व्यापार दुनिया भर के देशों में धडल्ले के साथ बड़े पैमाने पर हो रहा है.
जब दुनिया बदल रही है तो भारत कैसे पीछे रहना वाला था. नए दौर के नए भारत ने डिफेंस सेक्टर में नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं. सैन्य शक्ति के आधार पर भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा देश बन चुका है. अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत की सेना, दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है.
अगर हम बीते एक दशक की बात करें तो 2014 से अबतक मोदी सरकार के कार्यकाल में देश के रक्षा क्षेत्र में 2.4 गुना वृद्धि हुई है. बता दें साल 2013-14 में देश का रक्षा बजट 2,53,346 करोड़ रूपये था. जिसमें उल्लेखनीय वृद्धि हुई और 2024-25 में 6,21,940.85 करोड़ तक पहुंचा गया है.
बजट में इस बढ़ोत्तरी के इस कालखंड को भारतीय डिफेंस सेक्टर के लिए स्वर्णिम युग भी कह सकते हैं. मोदी सरकार की नीतियों और रक्षा क्षेत्र के बढ़ाए गए बजट की वजह से आज भारत की तीनों सेनाएं जल, नभ और वायु आधुनिक हथियारों से लैस हो रही है.
आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
सरकार ने पिछले 10 वर्षों में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए कई कदम उठाए हैं. जिनका परिणाम अब हमको देखने को मिल रहा है. रक्षा क्षेत्र से संबंधित हथियार अब भारत में ही बनाए जा रहे हैं. जो आत्मनिर्भर भारत के सपने में एक मील का पत्थर साबित होते हैं. आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का घरेलू रक्षा उत्पादन तक रिकॉर्ड ऊंचाई 1.27 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. जो पहले 46,429 करोड़ रूपये था. इसमें लगभग 174 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई है.
दूसरी ओर हमने दुनिया भर के देशों में रक्षा उपकरण निर्यात करने में बड़ी छलांग लगाई है. भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2014-15 में 1,941 करोड रूपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 21,083 करोड़ हो गया है. आज 100 से ज्यादा देशों को भारत अपने यहां बनाए गए हथियार एक्सपोर्ट कर रहा है. यह वैश्विक रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है.
(Source- PIB)
ये भी पढ़ें- दिल्ली में ट्रिपल इंजन सरकार! बीजेपी ने राजा इकबाल सिंह को बनाया ‘मेयर’ पद का उम्मीदवार
कमेंट