तारीख-22 अप्रैल 2025, दिन मंगलवार, समय- दोपहर के 2:55 मिनट, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आए पर्यटक एन्जॉय कर रहे थे कि अचानक से गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई दी. शुरूआत में लोगों को लगा कि यह पटाखों की आवाज है. जबतक वह इस आवाज को समझ पाते तब उन्हें पता चला कि यहां एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है. कुछ ही पलों में 26 भारतीय पर्यटकों को इन दहशतगर्दों ने मौत के घाट उतार दिया. बर्बरता की हद देखिए इन आतंकियों ने धर्म पूछकर हिन्दुओं को चुन-चुनकर गोली मारी. इतना ही नहीं इन दहशतगर्दों ने पर्यटकों से पहले कलमा पढ़ने को बोला और जो नहीं पढ़ सकें उन्हें गोली मार दी. वहीं जिन्होंने कलमा पढ़ लिया. उनका खतना नहीं होने पर उनकी हत्या कर दी गई.
इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी TRF यानि द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी. यह संगठन पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा का राइट हैंडआं कहा जाता है. इसने ही कश्मीर में आतंकियों की स्थानीय स्तर पर मदद की थी.
इस आतंकी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. कारगिल से लेकर कन्याकुमारी तक पूरा देश एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़ा हो गया है. टेररिस्ट अटैक में मारे गए लोगों को देशवासी नम आखों से श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वहीं पाकिस्तान के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है. आतंकियों को उनके किए की सजा देने के लिए जनता, मोदी सरकार से अपील की जा रही है.
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद यह घाटी में सबसे बड़ा आतंकी हमला था. देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला किया. वहीं केंद्र सरकार ने इस बार आतंक और उसको पोसने वाले पाकिस्तान को जवाब देने के लिए 5 तरीकों से कूटनीतिक स्तर पर एक्शन लिया है. पीएम मोदी ने दो टूक कहा है कि आतंकवादियों को उसकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी. पीडितों को न्याय मिलकर रहेगा. आइए हम जानते हैं कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब तक क्या-क्या हुआ है.
अमित शाह ने घटनास्थल का किया दौरा- पहलगाम आतंकी हमला होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फौरन एक्शन मोड में आए. उन्होंने पहले दिल्ली में अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इसके बाद श्रीनगर पहुंचकर सीएम उमर अब्दुल्ला, एलजी मनोज सिन्हा के साथ हाईलेवल मीटिंग की. देश के गृहमंत्री ने बैसरन घाटी का हवाई दौरा किया और पूरे इलाके में सुरक्षा का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने सेना और पुलिस के अधिकारियों से बातचीत की.
इतना ही नहीं अमित शाह ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात भी की. उन्होंने हमने की निंदा करते हुए देश को भरोसा दिलाया कि आतंकियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
PM मोदी सऊदी अरब का दौरा छोड़कर वापस लौटे- जब पहलगाम में आंतकी हमला हुआ था उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर गए थे. लेकिन आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही वो दौरा बीच में रद्द कर वतन वापस लौटे. उन्होंने स्वदेश लौटते ही विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने एक हाइलेवल मीटिंग भी की .
NIA ने पहलगाम हमले की जांच शुरू की- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानि एनआईए ने शुरू कर दी है. एनआईए के अधिकारी स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर हमले की जांच कर रहे हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की बड़ी बैठक- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान के साथ बैठक की. जिसमें जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति से जुड़े सभी मुद्दों पर गहन चर्चा की.
आतंकियों के स्कैच किए गए जारी- पहलगाम में आतंकी हमले के पीछे 3 संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान करके उनके स्केच जारी किये गए. साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की जानकारी देने वाले को ₹20 लाख के इनाम का ऐलान किया.
सेना का बड़ा एक्शन- पहलगाम हमले के बाद सेना ने आतंकियों की धर-पकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. अनंतनाग जिले में सेना ने 175 लोगों को हिरासत में लिया है.
हमले में मारे गए लोगों का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा- इस आतंकी हमले में 26 लोगों का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो पूरा इलाका सहम गया. हर कोई नम आखों से अपने प्रिय को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ा पड़ा.
मोदी बोले कल्पना से परे मिलेगी सजा- पीएम मोदी ने आतंक के आकाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वो सपने में जो सोच नहीं सकते उससे भी बड़ी सजा मिलेगी. पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय मिलकर रहेगा.
CCS की बैठक में बड़े फैसले- पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस (कमेटी ऑन कैबिनेट सिक्योरिटी) की बैठक में आतंकवाद को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान के खिलाफ बड़े और कड़े फैसले लिए गए.
1. सबसे बड़ा फैसला 1960 में हुई सिंधु जल संधि को भारत ने स्थगित कर दिया. यह सारी नदियां भारत से पाकिस्तान में प्रवेश करती हैं. ऐसा करके भारत, पाकिस्तान को बताना चाहता है कि अब आतंकवाद किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
2. अटारी-वाघा चेक पोस्ट को तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया गया. वैध दस्तावेज के साथ जो लोग पहले ही पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई से पहले वापस जाने को कहा गया.
3. पाकिस्तान नागिरकों को SAARC वीजा के तहत भारत में एंट्री नहीं मिलेगी. 48 घंटे में पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए कहा गया.
4. दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा और सैन्य सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया गया है. इसी तरह भारत अपने रक्षा सलाहकारों को इस्लामाबाद से वापस बुलाएगा.
5. दोनों उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करने का फैसला लिया गया.
सरकार के इस एक्शन के बाद पिछले तीन दिनों पंजाब स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते 14 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 850 भारतीय नागरिक, पाकिस्तान से भारत वापस आ चुके हैं. अटारी बॉर्डर पर तैनात प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने ये भी बताया कि सिर्फ रविवार को ही 237 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश वापस चले गए, जबकि 116 भारतीय नागरिक भारत आए.
सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक- पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में सभी नेताओं ने एक साथ आतंकी हमले की निंदा की और सरकार के साथ होने की बात कही. विपक्षी सांसदों ने आतंकी कैंपों को नष्ट करने की मांग की. कहा की सरकार आतंक के खिलाफ कड़े कदम उठाए. केंद्र सरकार ने गुरुवार को माना कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई है.
कश्मीर में आतंकियों के घर कार्रवाई- कश्मीर में सेना ने त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में दूसरे इलाकों में सर्च ऑपरेशन किया गया. इस दौरान, अबतक 10 आतंकियों के घर गिराए जा चुके हैं. पुलवामा में आतंकी हारिस अहमद का घर तहस-नहस किया गया. कुलगाम में आतंकी जाकिर अहमद गनई के घर को ढहाया गया है. अनंतनाग में आदिल ठोकेरे का घर जमींदोज किया गया. शोपिया में शाहिद अहमद कुटी और त्राल में आसिफ शेख के घर कार्रवाई की गई. कलारूस में फारूक अहमद तैदवा के घर ब्लॉस्ट हो गया.
मीडिया को सरकार की एडवाइजरी- भारत सरकार ने सभी मीडिया हाउस को एडवाइजरी जारी की. जिसमें बताया गया कि डिफेंस ऑपरेशन और फोर्स के मूवमेंट की कवरेज न करें.
सेना ने 14 एक्टिव आतंकियों की लिस्ट दी– कुलगाम में आतंकी संगठनों की मदद करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके पास से भारी मात्रा में हथियार-बारूद बरामद हुआ. घाटी में एक्टिव 14 लोकल आतंकियों की लिस्ट जारी की.
गृह मंत्रालय ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी- केंद्र सरकार ने सभी राज्यों में अपने राज्य में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उन्हें देश से बाहर निकालने के लिए कहा है. इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने राजधानी में रह रहे करीब 5 हजार पाकिस्तानी नागरिकों की सूची दिल्ली पुलिस को सौंपी है.
16 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स बैन- पहगाम हमले की रिपोर्टिंग को लेकर भारत ने 16 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स को बैन कर दिया है. जिन चैनलों को प्रतिबंध किया है उसमें क्रिकेटर शोएब अख्तर, डॉन न्यूज, समा टीवी और जिओ न्यूज शामिल हैं. सरकार का कहना है कि ये चैनल्स भारत और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें चला रहे हैं. सरकार ने यह कार्रवाई गृह मंत्रालय की रिकमंडेशन के बाद की है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पहलगाम हमले पर निंदा प्रस्ताव पास- जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पास किया. इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार के उन कदमों का भी समर्थन किया गया जो 23 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक के बाद उठाए गए थे.
इंडियन नेवी ने किया मिसाइल का परीक्षण- पहलगाम हमले और पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच इंडियन नेवी ने सफल मिसाइल परीक्षण किया है 27 अप्रैल को भारतीय नेवी ने अपने शिप से एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. सेना की ब्रह्मोस लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल का परिक्षण किया गया. बता दें कि ब्रह्मोस लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल की मारक क्षमता 800 किलोमीटर तक है. अगर भारत हमला करता है तो पाकिस्तान की आर्थिक रीढ़ कराची से लेकर कई शहर तबाह हो सकते हैं.
भारत के साथ आए दुनिया के देश- इन देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस, जापान, फ्रांस, नेपाल, जॉर्डन, मिस्र, नीदरलैंड, ब्रिटेन आदि देशों ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए भारत के साथ खड़े हुए हैं. वहीं सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात जैसे मुस्लिम देश भी आर्थिक और कूटनीतिक कारणों की वजह से भारत के ज्यादा नजदीक हैं और उसका सपोर्ट कर रहे हैं.
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