DRDO ने AGNI-Prime का किया सफल परीक्षण, जानिए क्या है इसकी खासियत
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DRDO ने ओडिशा के तट पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम का सफल उड़ान परीक्षण किया.
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ग्नि-पी या अग्नि-प्राइम एक दो चरणों वाली, सतह से सतह तक मार करने वाली, कनस्तर से लॉन्च की जाने वाली और ठोस ईंधन वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है.
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इसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा अग्नि श्रृंखला में छठी मिसाइल के रूप में विकसित किया गया है.
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इस मिसाइल को हल्के धातू से बनाया गया है इसका वजन कुल 11 हजार किलो है और यह सॉलिड फ्यूल से उड़ने मिसाइल है. इसकी लंबाई कुल 34.5 फीट लंबी है.
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इस पर एक या मल्टीपल इंडेपेंडटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल यानी (MIRV) वॉरहेड लगा सकते हैं. यानी इससे एस समय पर कई टारगेट्स पर हमला किया जा सकता है. इस पर 1500 से 3000 kg वजन के वॉरहेड लगाया जा सकता है.
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