महिलाओं को समाज में बराबर का सम्मान देने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है.
साल 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में लगभग 15 हजार महिलाएं ने अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर गयी थीं. महिलाओं ने अपने वोट देने, काम करने के समय को कम करने और सही वेतन पाने जैसे अधिकारों के लिए मांग की थी.
क्लारा जेटकिन नाम की महिला ने पहली बार साल 1910 में महिला दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेलिब्रेट करने का प्रस्ताव रखा था.
साल 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को महिला दिवस को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी और इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए 8 मार्च की तारीख को तय किया गया. तब से हर साल 8 मार्च को यह दिन मनाया जाता है.
इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य महिलाओं को सम्मान और बराबरी का दर्जा देना है. साथ ही उनके प्रति होने वाले अपराधों और हिंसा को रोकना है.
इस साल 2024 की थीम Inspire Inclusion है. इसका मतलब ऐसी जगह से है, जहां पर हर व्यक्ति को बराबरी का हक और सम्मान मिले, लिंग के आधार पर किसी तरह का कोई भेदभाव न किया जाए.