अपनी आवाज से सभी का मनमोह लेने वाली नन्हीं गौरैया आज विलुप्त होने की कगार पर है. कई समय से अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है.
इसके चलते हर साल 20 मार्च के दिन को विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day) के रूप में मनाया जाता है.
इस साल इस दिन को सेलिब्रेट करने की थीम “I Love Sparrows” रखी गई है. जिसे काफी पसंद भी किया जा रहा है.
लिंग के अनुसार नर और मादा गौरैया में थोड़ा अंतर होता है. जहां एक तरफ मादा के पास है धारियों वाली भूरी पीठ होती है तो वहीं दूसरी तरफ नर की पीठ लाल रंग की होती है साथ ही उस पर काले बिब होते हैं.
गौरैया प्रकृति में सुरक्षात्मक होती हैं ज्यादातर ये अपना घोंसला बनाकर उसी में रहना पसंद करती हैं.
गौरैया आमतौर पर अपने बच्चों को अल्फा और कटवर्म नाम के कीड़े खिलाती है जोकि फसलों से उन कीड़ों से बचाने का काम भी करती है.