Title 3POJK संकल्प दिवस (22 फरवरी): खंडहर होते मंदिरों की दास्तां

76 वर्ष पहले 1947 पाकिस्तान ने धोखे से भारत के जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया था जिसे पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POJK) कहा जाता है. यहां बड़ी संख्या में मंदिरों को नष्ट किया गया है. जो बचे हैं वे खंडहर बन चुके हैं. इसके अलावा सिख गुरुद्वारों और बौद्ध धार्मिक स्थलों को भी नष्ट किया गया.

Category

आइए जानते हैं वो कौन-कौन से गैर स्लामिक पूजा स्थल हैं जो कभी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध रहे हैं लेकिन आज पाकिस्तान सरकार और इस्लामिक कट्टरपंथियों की मिलीभगत के चलते जर्जर और खंडहरों में बदल चुके हैं.

माँ शारदा पीठ मंदिर एलओसी से सटी नीलम घाटी में मौजूद है. दिसंबर 2023 में खबर आई थी कि पाकिस्तानी सेना ने जीर्ण-शीर्ण प्राचीन शारदा मंदिर परिसर पर अतिक्रमण कर लिया है और वहां एक कॉफी होम भी खोल दिया है.

नीलम घाटी में मौजूद शारदा पीठ मंदिर

पाकिस्तान द्वारा कब्जाए गए जम्मू-कश्मीर में स्थित शिव मंदिर पाकिस्तान में मौजूद नामचीन मंदिरों में से एक है. आज यह मंदिर अपनी अंतिम सांसें गिन रहा रहा है, इसके लिए पाकिस्तान सरकार जिम्मेदार है. 

POJK का प्रसिद्ध शिव मंदिर

पीओजेके में झेलम नदी के किनारे बसे मीरपुर में स्थित रघुनाथ मंदिर अब वीरान और खंडहर बन चुका है. यह क्षेत्र अब इस्लामिक कट्टरपंथियों और आतंकियों का गढ़ बन चुका है.

खंडहर बन चुका मीरपुर का रघुनाथ मंदिर

पीओजेके के बिम्बेर जिले में मीरपुर-झेलम लिंक रोड पर स्थित अली बेग गुरुद्वारा कभी सिखों के लिए विशेष पूजा स्थल था. जिसे अब पाकिस्तानी अधिकारियों ने मोहम्मद याकूब शहीद हाई स्कूल फॉर गर्ल्स में परिवर्ति कर दिया है.

अली बेग गुरुद्वारा बना दिया गया स्कूल

पाकिस्तानी सरकार की उपेक्षा झेल रहे पुरातात्विक स्थलों में से एक है करगाह बुद्ध स्थल में स्थित बुद्ध की नक्काशीदार प्रतिमा. यह स्थान गिलगित के बाहर लगभग 6 मील की दूरी पर स्थित है.

करगाह बुद्ध उपेक्षा का शिकार