भारत में ज्येष्ठ माह शुरू हो चुका है ऐसे में भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है.
भीषण गर्मी में इसी समय नौतपा भी पड़ता है अब आपके मन में आएगा कि आखिर नौतपा होता क्या है? तो आइए चलिए जानते हैं
हमारे पूर्वजों के अनुसार गर्मियों के मौसम में 9 दिन ऐसे होते हैं जहां प्रचंड गर्मी की मार देखने को मिलती है. इसे ही नौतपा के नाम से जाना जाता है.
आधुनिक विज्ञान और एस्ट्रोफिजिक्स जहां अब कई चीजों को लेकर रिसर्च कर रहे हैं वो पहले से ही भारतीय संस्कृति में मौजूद है.
ऐसा माना जाता है कि नौतपा का होना प्रकृति के साथ-साथ मनुष्यों के लिए भी जरूरी होता है. ऐसे में इसके पीछें की कई वजह बताई जाती हैं.
पुराने किसान बुजुर्ग बताते हैं कि नौतपा में भरपूर गर्मी पड़े तो उस साल मानसून में उतनी ही अच्छी बरसात भी होती है.
ट्रेडिशनल नॉलेज की मानें तो जिस साल नौतपा के दौरान ज्यादा गर्मी पड़ती है उस साल मानसून ठीक रहने से फसलें भी अच्छी होती है. हालांकि इसके पीछे कोई साइंटिफिक रीजन नहीं है.
आमतौर पर यह माना जाता है कि वातावरण में तापमान ऊपर जाने से कई बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया और वायरस खुद खत्म हो जाते हैं. ऐसे में अगर हीट वेव से बच लिया जाए तो बाकी कई बिमारियों से खुद रक्षा हो जाती है.
विज्ञान तर्कों पर काम करता है और इसमें नौतपा को नहीं मानता है, मगर इस दौरान गर्मी होती है. ऐसे में इस दौरान खुद की हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी हो जाता है.