भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज विराट कोहली को वर्तमान समय में विश्व के अधाकांश क्रिकेट खिलाड़ी अपना आदर्श मानते है। विराट इस समय कई नये खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन चुके है। इस बात का उदाहरण ऑस्ट्रेलिया के घरेलू टूर्नामेंट के मार्श वनडे मैच के दौरान देखने को मिला। अक्टूबर में साउथ ऑस्ट्रेलिया टीम के 21 वर्षीय बल्लेबाज जेक फ्रेजर मैकगर्क ने तस्मानिया के खिलाफ खेले गए मैच में 29 गेंद में शतक लगा दिया था। जिसे पेशेवर क्रिकेट का सर्वाधिक तेज शतक बताया गया। जेक को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट का भविष्य माना जाता है।
वहीं अब उस शतक को लगाने वाले बल्लेबाज फ्रेजर ने शतक का पूरा श्रेय भारतीय खिलाड़ी विराट कोहली को दिया है। साथ ही फ्रेजर ने यह भी खुलासा किया कि विराट के खेल को देख कर उन्हें बेहतर खेलने की सीख मिली और उसी का परिणाम रहा कि फ्रेजर ने 29 गेंद में अपना शतक जड़ दिया।
चौके और छक्के से पूरा किया शतक
तस्मानिया के खिलाफ खेली गई पारी लिस्ट-ए के मैच में उनकी पहली शतकीय पारी रही। उन्होंने 38 गेंद में 125 रन बनाए थे, जिसमें कुल 13 छक्के और 10 चौके थे। फ्रेजर ने अपने शतक से अधिक 118 रन तो जेक ने सिर्फ चौके-छक्के से बटोरे। बाकी रन उन्होंने दौड़कर लिए। इसी पारी के बाद जेक पर सभी की निगाहें पड़ी थीं।
4 साल बाद लगाया पहला शतक
इसके बाद जेक ने नवंबर में विक्टोरिया के खिलाफ एडिलेड ओवर में अपना पहला फर्स्ट क्लास शतक लगाया था। शेफिल्ड शील्ड में डेब्यू के चार साल बाद उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक जड़ा। हाल ही में एक इंटरव्यू में जेक फ्रेजर ने बताया कि विराट कोहली की वजह से ही यह सब संभव हो पाया है। जेक ने बताया विराट ने जो बातें कहीं, वो उन्होंने अपने जीवन में और अपनी बल्लेबाजी में उतारा, जिससे उन्हें काफी मदद मिली।
हारने लगा था एक समय दिल
जेक ने आगे कहा कि बीते कुछ समय से क्रिकेट खेलते समय काफी बुरा लग रहा था। मुझे बल्लेबाजी करते हुए भी अजीब लगा रहा था। मैं पिच पर गेंद को ठीक से देख नहीं पा रहा था। जिस कारण में गेंद को सही तरह से खेल भी लहीं पा रहा था। लेकिन विराट को खेलते हुए देखनेके बाद मुझे पिच पर किस तरह गेंद पर अपनी नजर बनाए रखनी है। यह सिखने को मिला। वह मैदान पर अपनी नजर को हमेशा गेंद पर बनाए रखते है। जिस कारण वह गेंद पर बेहतर तरीके से प्रहार कर सकते है।
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