दक्षिण कोरिया पर शुक्रवार की सुबह लगातार 200 से अधिक तटीय तोपखाने गोले दागे गए हैं. दक्षिण कोरिया की सेना ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने उनपर गोले दागे हैं. सेना का कहना है कि दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों के निवासियों को एक अज्ञात स्थिति के कारण खाली करने का आदेश दिया गया था.
दक्षिण कोरिया की तरफ से समाने आए बयान में कहा गया है कि गोलीबारी के कारण दक्षिण कोरिया से किसी नुकसान की खबर नहीं है. गोले उत्तरी सीमा रेखा (NLL) के उत्तर की तरफ गिरे, जो दोनों कोरिया के बीच समुद्री सीमा है.
दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों के निवासियों को एक अज्ञात स्थिति के कारण खाली करने का आदेश दिया गया था. निवासियों को भेजे गए एक पाठ संदेश और एक द्वीप अधिकारी द्वारा पुष्टि की गई, जिसमें शुक्रवार को दोपहर 3 बजे (0600 GMT) से दक्षिण कोरियाई सैनिकों द्वारा की जाने वाली नौसैनिक गोलीबारी का हवाला दिया गया.
योनप्योंग द्वीप के एक अधिकारी, जो विवादित उत्तरी सीमा रेखा (एनएलएल) समुद्री सीमा के ठीक दक्षिण में स्थित है, उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरियाई सेना के अनुरोध पर निकासी का आदेश दिया गया था. रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया ने उनकी विवादित समुद्री सीमा पर तोपखाना अभ्यास किया है.
आपको बता दें कि वर्ष 2010 में, उत्तर कोरियाई तोपखाने ने येओनपयोंग द्वीप पर कई राउंड गोलीबारी की, जिसमें दो नागरिकों सहित चार लोगों की मौत हो गई थी, यह 1953 में कोरियाई युद्ध समाप्त होने के बाद से अपने पड़ोसी पर सबसे भारी हमलों में से एक था. उत्तर कोरिया ने उस समय कहा था कि दक्षिण कोरियाई लाइव-फायर अभ्यास द्वारा उसे उकसाया गया था. उसका दावा था कि दावा था कि उसके क्षेत्रीय जल में गोले गिराए थें.
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