पश्चिम बंगाल में ईडी के अधिकारियों पर हुए हमले को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सख्त कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि अटैक वीभत्स और निंदनीय है, राज्य सरकार को यह रोकना ही होगा साथ ही उन्होंने गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है.
राज्यपाल ने कहा कि यदि सरकार अपने मूल कर्तव्य में विफल रहती है तो संविधान अपना काम करेगा, पश्चिम बंगाल बनाना रिपब्लिक नहीं है, ऐसे में सरकार को लोकतंत्र में बर्बरता और गुंडागर्दी पर लगाम लगानी चाहिए.
दरअसल, ईडी के अधिकारी राशन वितरण मामले की जांच को लेकर बंगाल में टीएमसी नेता शेख शाहजहां के उत्तर 24 परगना जिला स्थित आवास पर छापेमारी के लिए पहुंचे थे. इस दौरान अधिकारियों पर हमला कर दिया गया और उनके वाहनों में क्षतिग्रस्त कर दिया गया. आरोप लगाया जा रहा है कि ऐसा टीएमसी नेता शाहजहां के समर्थकों ने किया है.
मिली जानकारी के अनुसार जब ईडी अधिकारी सुबह संदेशखली इलाके में शेख के आवास पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में टीएमसी के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और उनके साथ आए केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया. इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया और फिर उन पर हमला बोल दिया.
वहीं, ईडी के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा , ‘‘इस तरह का हमला अप्रत्याशित है. हमारे अधिकारियों को खुद को बचाने के लिए उस इलाके से भागना पड़ा. हमारे और केंद्रीय बलों के वाहनों में तोड़फोड़ की गई है. केंद्रीय बलों के कर्मचारियों पर भी हमला हुआ है.’’
बता दें कि शेख शाहजहां को राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी सहयोगी माना जाता है. ज्योतिप्रिय मल्लिक को करोड़ों रुपये के राशन वितरण के सिलसिले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
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