अयोध्या: पांच वर्षों के अथक संघर्ष के बाद श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर अयोध्या में तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है. पूरी अयोध्या राममय हो गई है. राम मंदिर आंदोलन ने आजादी के बाद से अब तक काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं. इस आंदोलन का ना केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने आगे रहकर नेतृत्व किया, बल्कि कई साधु-संतों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया.
तमाम आंदोलनकारी गोलोकवासी हो चुके हैं. भले ही वह मंदिर निर्माण अपनी आंखों से नहीं देख पाए, मगर अपने त्याग और बलिदान से राम मंदिर निर्माण का सपना साकार कर गए. राम मंदिर के लिए वर्ष 1528 से 1992 तक न जाने कितने संघर्ष हुए. कितने रामभक्त वीरगति को प्राप्त हो गए. अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण उन्हीं के प्रयासों का प्रतिफल है. अयोध्या उत्सव को लेकर पूरी दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं. आइए ऋतम उन महान विभूतियों के बारे में आपको बताएगा, जो श्रीराम मंदिर आंदोलन के प्रणेता थे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या ने देवरहा बाबा, अशोक सिंघल समेत राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता रहे महान विभूतियों का दो पोस्टर तैयार किया है. जो इस प्रकार है-
पहले पोस्टर में आन्दोलनकारी विभूतियों के चित्र के साथ लिखा है कि –
अयोध्या में आपका अभिनंदन है हम सब यहीं है. चित्र के ऊपर दोहे के रूप में लिखा है-
निज लोकहिं बिरंचि गे देवन्ह इहड सिखाइ.
बानर तनु धरि महिं हरि पद सेवहु जाइ..
बनचर देह धरी छिति माहीं.
अतुलित बल प्रताप तिन्ह पाहीं..
पोस्टर में एक तरफ आरएसएस की तृतीय सरसंघचालक मधुकर दत्तात्रेय देवरस, चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह ’रज्जू भैया’, मोरोपंत पिंगले, विष्णुहरि डालमिया, आचार्य गिरिराज किशोर, राजमाता विजया राजे सिंधिया तो दूसरी ओर गोपाल सिंह विशारद, केके नायर, ठा. गुरुदत्त सिंह, दाऊदयाल खन्ना, ओंकार भावे, देवकीनंदन अग्रवाल, पूर्व डीजीपी उप्र श्रीषचंद्र दीक्षित और इन सबके बीच अयोध्या के पथिक अशोक सिंघल को स्थान दिया गया है. सूत्रों की मानें तो इन विभूतियों की फोटो के साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या ने पोस्टर तैयार किया है.
दूसरे पोस्टर में भी लिखा है-
अयोध्या में आपका अभिनंदन है, हम सब यहीं है.
सुजन समाज सकल गुन खानी. करउँ प्रनाम सप्रेम सुबानी..
साधु चरित सुभ चरित कपासू. निरस विसद गुन मय फल जासू..
जो सहि दुख परिछिद्र दुरावा. बंदनीय जेहि जग जस पावा..
मुद मंगलमय संत समाजू. जो जग जंगम तीरथ राजू..
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या की ओर से जारी पोस्टर में बीच में देवरहा बाबा के साथ महंत अभिरामदास महाराज हनुमानगढ़ी अयोध्या, जगदगुरु शंकराचार्य ज्योतिषपीठाधिपति स्वामी शांतानन्द सरस्वती महाराज प्रयागराज, जगदगुरु मध्वाचार्य विश्ववेश तीर्थ महाराज (पेजावर मठ) उडुप्पी, महंत अवैद्यनाथ महाराज गोरक्ष पीठाधिपति गोरखपुर तो दूसरी तरफ स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज अधिष्ठाता भारत माता मंदिर हरिद्वार, जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी शिवरामाचार्य महाराज, परमहंस रामचंद्र दास महाराज श्रीमहंत दिगम्बर अनी अखाड़ा अयोध्या, स्वामी वामदेव महाराज की फोटो है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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