संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें महसा अमीनी की मौत का जिम्मेदार ईरान को बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महसा अमीनी के साथ शारीरिक हिंसा हुई थी. उसकी मौत के लिए ईरान जिम्मेदार है.
दरअसल अमीनी की मौत सितंबर 2022 में पुलिस हिरासत में हो गई थी. इसके बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. अमीनी को हिजाब ठीक से न पहनने की वजह से गिरफ्तार किया गया था. ईरान पर फैक्ट फाइंडिंग मिशन द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को सौंपी व्यापक प्रारंभिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान ने अमीनी की मौत के बाद भड़के प्रदर्शनों को दबाने के लिए बल का अनावश्यक प्रयोग किया. ईरानी सुरक्षा बलों ने बंदियों का यौन उत्पीड़न भी किया. महीनों तक चली कार्रवाई में 500 से अधिक लोग मारे गए और 22 हजार से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया. ईरान की ओर से रिपोर्ट पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पैनल ने नैतिकता पुलिस की हिरासत में रहने के दौरान अमीनी के शरीर पर हमले के साक्ष्य पाए हैं. महिलाओं पर अनिवार्य हिजाब को लागू करने में नैतिकता पुलिस द्वारा हिंसा के साक्ष्य और पैटर्न के आधार पर मिशन इस बात से सहमत है कि अमीनी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. हालांकि, रिपोर्ट अमीनी को नुकसान पहुंचाने के लिए विशेष रूप से किसी को दोषी ठहराने से बचती है.
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