नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपातकाल पर लाए गए निंदा प्रस्ताव पर पूरा इंडी गठबंधन बिखरा हुआ और असमंजस में दिखा. भाजपा ने कहा कि नेता विपक्ष और कांग्रेस के सांसद खुद राहुल गांधी असमंजस में थे क्योंकि उनके समर्थन में गठबंधन दलों का कोई नेता नहीं आया.
बुधवार को भाजपा सांसद और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि पूरा देश आपातकाल का आज विरोध प्रदर्शन कर रहा है. आज से 49 साल पहले इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था. करीब डेढ़ लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था. भारत के संविधान में 42वां संशोधन लाया गया. संविधान बचाने की बात करने वाले, संविधान की प्रतियां लहराने वाले राहुल गांधी को आईना दिखाना जरूरी है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज जैसे ही आपातकाल के खिलाफ सदन में निंदा प्रस्ताव लाए, कांग्रेस सांसद विरोध में सदन के बीचोबीच आ गए, लेकिन समाजवादी पार्टी के सांसद बैठे रहे. राहुल गांधी असमंजस में थे कि अब क्या किया जाए. आज सदन में संविधान की प्रतियां लिए कांग्रेस सांसद संविधान के रक्षक दिखने की कोशिश कर रहे थे.
#WATCH | BJP MP and party spokesperson, Sambit Patra says,"…The moment Lok Sabha Speaker Om Birla brought a resolution in the House against the Emergency today, Congress MPs in protest rushed towards the Well of the House but Samajwadi Party MPs remained seated. Rahul Gandhi… pic.twitter.com/7iXaOzLetD
— ANI (@ANI) June 26, 2024
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से लोकसभा स्पीकर का निर्वाचन होता है. आज भी लोकसभा में ध्वनि मतों से ओम बिरला अध्यक्ष बनाए गए. अध्यक्ष ओम बिरला ने निंदा प्रस्ताव रखा, इमजेंसी में जो दिक्कतें थीं, उसको उजागर किया. 1.40 लाख के करीब लोगों को जेल मे डाला गया. मुलायम यादव, लालू प्रसाद, एम करुणानिधि, एम के स्टालिन, शरद यादव, टीआर बालू भी आपातकाल में जेल गए थे. विडंबना देखिए लोकसभा में निंदा प्रस्ताव रखते ही, कांग्रेस के सदस्य तुरंत ही हो हल्ला शुरू कर देते हैं. वेल के तरफ कांग्रेस के सांसद भाग रहे थे, लेकिन टीएमसी, समाजवादी पार्टी कांग्रेस का साथ नहीं दे रहे थे. साफ है इंडी गठबंधन सत्ता के भूखे हैं. इंदिरा गांधी ने भी सत्ता के भूख के कारण देश में आपातकाल लगाया था.
हिन्दुस्थान समाचार
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