अक्सर शांत रहने वाला जम्मू इन दिनों आतंकी हमले से अशांत नजर आ रहा है. जम्मू के कई जिलों पिछले एक महीने के दौरान 7 आंतकी हमले हो चुके हैं. सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी के साथ आतंकवादियों के खात्मे में लगे हुए हैं. वहीं हमारे कई जवान बलिदान भी हो गए हैं. 9 जून को रियासी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम को संदिग्धों से पूछताछ में बड़ी और चौंकाने वाली जानकारी मिली है. पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका जम्मू को दहलाने की साजिश रच रहे हैं. NIA को ये भी पता लगा है कि जम्मू के लिए स्थानीय लोग आंतकी नेटवर्क को पनाह दे रहे हैं. आरोपी ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान में बैठे आकाओं की भूमिका के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से ही आंतक की मॉड्यूल लोकल लेवल पर चलाया जाता है.
जांच अधिकारियों ने बताया कि हाकम खान उर्फ हाकिन दीन से पूछताछ में पता चला है कि उसने ही जम्मू में आतंकवादियों को आश्रय दिया. इसके अलावा, रसद और भोजन भी उपलब्ध कराया था. इतना ही नहीं, हाकम खान ने इलाके की रेकी करने में भी आतंकवादियों की मदद की थी. वो आतंकवादियों के साथ भी गया था. रियासी हमले में शामिल आतंकवादी 1 जून से कम से कम तीन मौकों पर हाकम खान के साथ रुके थे. उन्होंने बताया कि हाकम खान की सूचना के आधार पर एनआईए ने 30 जून को हाइब्रिड आतंकवादियों और उनके ओवरग्राउंड सहयोगियों से जुड़े पांच जगहों पर छापे मारे और तलाशी ली. हाकम खान से पूछताछ में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के दो कमांडरों सैफुल्ला उर्फ साजिद जट और अबू काताल उर्फ काताल सिंधी की भूमिका के बारे में भी पता चला है. बताया जा रहा है कि आतंकवादी, पाकिस्तान में बैठे अपने इन आकाओं के निर्देश पर काम कर रहे थे.
श्रद्धालुओं की बस पर किया था हमला
जम्मू के रियासी इलाके में 9 जून को कटरा में शिव खोरी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर की ओर जा रही बस पर आतंकवादियों ने हमला किया था. बस में यूपी, दिल्ली, राजस्थान समेत अन्य जगहों के तीर्थयात्री सवार थे. आतंकियों ने ड्राइवर को गोली मार दी थी. वहीं बस खाई में गिर गई. जिसके बाद भी आतंकवादियों ने बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. गोलीबारी में 9 लोग की मौत हो गई थी और 4 दर्जन लोग घायल हो गए थे. कई लोगों ने पेड़ों और पत्थरों के पीछे अपनी जान बचाई थी.
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