भारत ने बब्बर खालसा के खतरनाक आतंकी तरसेम सिंह को भारत लाने में सफलता हासिल की है. खालसा आतंकी तरसेम की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी उलपब्धि है. वह कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था.
एनआईए ने हालही में विदेश में बैठकर भारत में आतंकवाद को ऑपरेट करने वाले आतंकी मॉड्यूल पर वार करते हुए बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी को यूएई से गिरफ्तार किया है. अब उसे एनआईए और इंटरपोल की मदद से भारत लाया गया है.
अब आतंकी तरसेम सिंह से बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकी संगठन के अन्य आतंकियों, भारत में उनके आतंकी मॉड्यूल को ऑपरेट कर रहे आरोपियों और देश में हुई बड़ी वारदातों के पीछे उसकी क्या भूमिका रही, इन सभी बातों का खुलासा हो सकता है. एनआईए ने बताया कि आतंकी तरसेम सिंह पंजाब के जिला मोहाली में हुए आरपीजी अटैक का भी मास्टर माइंड है. ऐसे में आने वाले दिनों में एनआईए इस मामले में भी बड़ा खुलासा कर सकती है.
तरसेम सिंह आतंकी लखबीर लंडा का सगा भाई
आपको बता दें कि पंजाब के तरनतारन का रहने वाला तरसेम सिंह आतंकी लखबीर लंडा का सगा भाई है, जिसके खिलाफ जून 2023 से गिरफ्तारी का गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था. तरसेम सिंह लगातार पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर संधू उर्फ रिंदा और अपने भाई लखबीर लंडा के संपर्क में था. बताया जा रहा है कि इन दोनों के इशारे पर भारत में आतंकी साजिशों को अंजाम दे रहा था. तरसेम सिंह बब्बर अलगाववादी इंटरनेशनल आतंकी संगठन का एक प्रमुख सदस्य है.
अबू धाबी से दबोचा गया आतंकी तरसेम
एनआईए की विशेष अदालत द्वारा एनबीडब्ल्यू जारी करने और उसके बाद इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद नवंबर 2023 में आतंकी तरसेम सिंह को अबू धाबी से पकड़ा गया था. शुक्रवार को इंटरपोल की उचित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए उसे संयुक्त अरब अमीरात से भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है.
भारत में क्या-क्या काम?
एनआईए जांच के अनुसार, तरसेम सिंह रिंदा और लंडा के भारत स्थित सहयोगियों को आतंकी फंड की व्यवस्था करने और मुहैया कराने में सक्रिय रूप से शामिल था. वह कई मार्गों से आतंकी फंड को ऑपरेट करता था.
NIA ने कब मामला दर्ज किया था?
NIA ने 20 अगस्त 2022 को संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था. यह मामला अलगाववादी लिबरेशन फोर्स, बीकेआई, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन आदि जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों व सदस्यों की आतंकी गतिविधियों से संबंधित है.
गोला-बारूद, आईईडी आदि की तस्करी
एनआईए ने बताया कि आतंकी तरसेम, लंडा और रिंदा अलग-अलग आतंकी संगठनों के साथ मिलकर पंजाब के सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद, आईईडी आदि की तस्करी के लिए आतंकी संगठनों और संगठित आपराधिक गिरोहों के सदस्यों के माध्यम से काम कर रहे हैं. एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि ये सभी आरोपी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के लिए नशीले पदार्थों की तस्करी, जबरन वसूली, हवाला कारोबार आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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