लेबनान में हिजबुल्लाह के लड़ाकों के पेजर और वॉकी-टॉकी में हुए ब्लास्ट के बाद ईरान में खौफ का माहौल है. ईरान रेवोल्यूशनरी गार्ड्स यानी ईरानी सेना ने अभी सभी सदस्यों से कहा है कि वो अपने पास किसी भी तरह की कम्युनिकेशन डिवाइस का उपयोग न करें. साथ ही लेबनान जैसा हमला इजरायल उसके यहां न कर पाए इसके लिए ईरान की सेना अपनी सभी सदस्यों द्वारा उपयोग की जाने वाली इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस की जांच करवा रही है.
ये जानकारी ईरानी सुरक्षा अधिकारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दी है. ईरानी सुरक्षा अधिकारियों की ओर ये भी बताया गया कि उनकी सेना के सदस्य जो डिवाइस इस्तेमाल कर रहे हैं उनमें से ज्यादातर को ईरान में ही घरों में बनाया गया है. या फिर रूस और चीन से अयात किया गया है. ईरानी सेना अपने सभी सदस्यों खासकर ऊंचे पदों पर बैठे सुरक्षा अधिकारी और बीच के लेवल के जवानों और अफसरों के सारे गैजेट्स जमा कराकर जांच करा रही है.
ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि, इजरायल वैसा हमला ईरान की सेना पर न कर दे जैसा उसने हिजबुल्लाह के लड़कों पर किया था. बता दें कि इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में कूदे लेबनान और सीरिया में हिजबुल्लाह के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हजारों पेजर अचानक फट गए. जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 4000 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. इसके बाद 18 सितंबर को कई जगहों पर वॉकी-टॉकी, डोरबेल, डिश कनेक्शन में विस्फोट हुए.
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