BRICS Summit 2024: रूस के कजान शहर में मंगलवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है, ऐसे में सभी की निगाहें वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात पर टिकी हैं. हालांकि विदेश मंत्रालय (एमईए) ने अभी तक बैठक की पुष्टि नहीं की है.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कुछ द्विपक्षीय बैठकें होने की उम्मीद है, जिन पर फिलहाल विचार किया जा रहा है. पीएम मोदी और शी ने इससे पहले अगस्त 2023 में पिछले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर दक्षिण अफ्रीका में संक्षिप्त मुलाकात की थी.
वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने सोमवार को कहा, “अगर कुछ भी सामने आता है तो हम आपको सूचित करेंगे.” चीन ने पिछले हफ्ते ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शी जिनपिंग की उपस्थिति की घोषणा करते हुए कहा था कि वह एकजुटता के माध्यम से ताकत हासिल करने के लिए ग्लोबल साउथ के लिए एक नए युग की शुरुआत करने के लिए अन्य दलों के साथ काम करेंगे.
रूस (मेजबान), ब्राजील, चीन, मिस्र, इथियोपिया, भारत, ईरान, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, अल्जीरिया, आर्मेनिया, अजरबैजान, बहरीन, बेलारूस, बोलीविया, कांगो, क्यूबा, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, लाओस, मलेशिया, मॉरिटानिया, मेक्सिको, मंगोलिया, मोरक्को, निकारागुआ, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, थाईलैंडटर्की, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, वेनेजुएला, वियतनाम, सर्बिया, फिलिस्तीन.
बता दें कि साल 2006 में ब्रिक्स की स्थापना सितंबर की गई थी. इसमें मूल रूप से पहले ब्राजील, रूस, भारत और चीन (ब्रिक) शामिल थे. फिर सितंबर 2010 में इसमें साउथ अफ्रीका को पूर्ण सदस्य मान लिया गया. इसके बाद इसका नाम बदलकर ‘ब्रिक्स’ कर दिया गया.
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