PM Narendra Modi Russia Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर कज़ान में ईरान के राष्ट्रपति डॉ मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया की स्थिति सहित क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री ने पश्चिम एशिया में संघर्ष के बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त की और तनाव कम करने के लिए भारत के आह्वान को दोहराया. प्रधानमंत्री ने नागरिकों की सुरक्षा और संघर्ष को हल करने में कूटनीति की भूमिका पर भी जोर दिया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. यह देखते हुए कि चाबहार बंदरगाह के दीर्घकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और पुनर्विकास तथा मध्य एशिया के साथ व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए इसके महत्व की पुष्टि की.
प्रधानमंत्री ने ईरान के 9वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर डॉ मसूद पेजेशकियन को बधाई दी. उन्होंने ब्रिक्स परिवार में ईरान का स्वागत भी किया. नेताओं ने ब्रिक्स और एससीओ सहित विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर अपना सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पेजेशकियन को जल्द से जल्द भारत आने का निमंत्रण दिया. राष्ट्रपति पेजेशकियन ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को रूसी शहर कजान में आयोजित ब्रिक्स शिखर वार्ता से पूर्व द्विपक्षीय बैठक की. रूस-यूक्रेन संघर्ष में शांति और स्थिरता को पूरा समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे सभी प्रयास मानवता को प्रमुखता देते हैं. आने वाले समय में भारत हरसंभव सहयोग देने को तैयार है
#WATCH रूस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर कज़ान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और द्विपक्षीय बैठक की।
(सोर्स: होस्ट ब्रॉडकास्टर) pic.twitter.com/kcc4uVQ1dV
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द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन संघर्ष को लेकर कहा कि वे लगातार दोनों देशों के संपर्क में रहे हैं. वे मानते हैं और पहले दोहरा चुके हैं कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिए.
#WATCH | Kazan: During his meeting with Russian President Vladimir Putin, PM Modi says, "I have been in constant touch with you on the subject of the ongoing conflict between Russia and Ukraine. As I have said earlier, we believe that the problems should be resolved in a peaceful… pic.twitter.com/YT8NwdNwMJ
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज कजान पहुंचे हैं. ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता इसमें भाग ले रहे हैं.ब्रिक्स की सफल अध्यक्षता के लिए रूस को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स ने 15 वर्षों में अपनी अलग पहचान बनाई है और अब विश्व के अनेक देश इससे जुड़ना चाहते हैं.
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने मित्रता एवं गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए राष्ट्रपति पुतिन का आभार व्यक्त किया. बैठक के स्थान को लेकर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं. कजान में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास खुलने से रूस के साथ संबंध और मजबूत होंगे.
#WATCH | Kazan: During his meeting with Russian President Vladimir Putin, PM Narendra Modi says, "My two visits to Russia in the last three months reflect our close coordination and deep friendship. Our Annual Summit in Moscow in July has strengthened our cooperation in every… pic.twitter.com/GD2xc2Vx4B
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प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि दोबारा सरकार में आने के बाद तीन महीने में यह रूस की उनकी दूसरी यात्रा है. उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच करीबी समन्वय और गहरी मित्रता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब रूस के कजान पहुंचे तो एयपोर्ट पर पीएम मोदी गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वह रूस की अध्यक्षता में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां आए हैं. यहां रूसी समुदाय के लोगों ने कृष्ण भजन गाया और पीएम मोदी का स्वागत किया.
#WATCH रूस: कज़ान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत रूसी समुदाय के लोगों ने कृष्ण भजन के साथ किया। pic.twitter.com/MKwW5LcSt7
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#WATCH | Prime Minister Narendra Modi receives a warm welcome as he lands in Kazan, Russia. He is here to attend the 16th BRICS Summit, being held under the Chairmanship of Russia.
The Prime Minister is also expected to hold bilateral meetings with his counterparts from… pic.twitter.com/83Dxr7Zf3P
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ब्रिक्स समिट में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. ब्रिक्स के सदस्य देश ब्रिक्स करेंसी को अमलीजामा पहना सकते हैं. ब्रिक्स देश एक ऐसी रिजर्व करेंसी शुरू करना चाहते हैं, जो डॉलर के प्रभुत्व को टक्कर दे सके. बता दें अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सिस्टम में अमेरिकी डॉलर का प्रभुत्व है. 90 फीसदी कारोबार विश्व में अभी भी अमेरिकी डॉलर में होता है. लेकिन तेल कारोबार के मामले में स्थिति बदली है. पिछले साल गैर अमेरिकी डॉलर में भी थोड़ा बहुत तेल कारोबार होने लगा है.
रूस वर्तमान में ब्रिक्स का अध्यक्ष है. इसकी शुरुआत चार देशों – ब्राजील, रूस, भारत और चीन के साथ आने पर ब्रिक के रूप में हुई थी. 2010 में इसमें दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हुआ. इसके बाद इसे ब्रिक्स नाम दिया गया. भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा है कि बड़ी संख्या में देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के अवसर पर भारतीय फिल्मों को और बढ़ावा देने पर भी चर्चा कर सकते हैं. ऐसे संकेत पिछले सप्ताह मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन ने वैश्विक संवाददाता सम्मेलन में दिए थे. रूस में राजकपूर की आवारा और मिथुन चक्रवर्ती की डिस्को डांसर से लेकर शाहरुख खान की पठान तक विभिन्न बॉलीवुड फिल्में लोगों को बेहद पसंद हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने विदेशी पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि रूस में भारतीय फिल्में कहीं और की तुलना में अधिक लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा कि रूस में एक विशेष टीवी चैनल है. वह हमेशा भारतीय फिल्में दिखाता है.
रूस यात्रा से पहले क्या बोले पीएम मोदी?
रूस की यात्रा पर रवाना होने से पहली जारी वक्तव्य में कहा कि भारत ब्रिक्स के अंदर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है. उन्होंने कहा कि कजान की उनकी यात्रा से भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कजान की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं.
पीएम ने कहा कि भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति शृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने आदि से संबंधित मुद्दों पर संवाद और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है. पिछले साल नए सदस्यों को जोड़ने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने इसकी समावेशिता और वैश्विक भलाई के एजेंडे को और मजबूत किया है.’
उन्होंने कहा, ” जुलाई 2024 में मास्को में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन के आधार पर कजान की मेरी यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी. मैं ब्रिक्स के अन्य नेताओं से भी मिलने के लिए उत्सुक हूं.” उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान ब्रिक्स समूह के नेताओं और अन्य आमंत्रित अतिथियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे. यह इस साल उनकी दूसरी रूस यात्रा है. रूस के कजान शहर में 22 और 23 अक्टूबर को ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. संगठन के विस्तार के बाद यह इसका पहला शिखर सम्मेलन है. मिस्र, ईरान, इथियोपिया और यूएई इसी साल इस संगठन में शामिल हुए हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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