Bangladesh Protest: बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को सुरक्षाकर्मियों और हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्णा दास के समर्थकों के बीच झड़पों में एक वकिल की मौत हो गई है. ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की पहचान 35 वर्षीय सहायक सरकारी अभियोजक और चैटोग्राम डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सदस्य सैफुल इस्लाम के रूप के रूप में हुई है.
चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आपातकालीन विभाग में ड्यूटी डॉक्टर डॉ. निबेदिता घोष का हवाला देते हुए अखबार ने कहा कि हिंदू पुजारी चिन्मया कृष्णा दास और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई झड़प में छह लोग घायल भी हो गए हैं. वहीं चटगांव वकील संघ के अध्यक्ष नाजिम उद्दीन चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने एक वकील को उसके चैंबर के नीचे से खींच लिया और मार डाला.
वहीं जब दास को पुलिस वैन में ले जाया जा रहा था, तो उन्होंने माइक के जरिए भीड़ को संबोधित तक उनसे शांत रहने का आग्रह किया. इसके बाद मंगलवार दोपहर 3 बजे के आसपास पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए ग्रेनेड फेंके, आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया. शहर के पुलिस उपायुक्त लियाकत अली ने एक मौत की पुष्टि की. साथ ही कहा कि पुलिस अभी भी कारणों की जांच कर रही है.
वहीं डेली स्टार अखबार ने बताया कि झड़पों में पत्रकारों सहित कम से कम 10 लोग घायल हो गए. बता दें कि हिंदू पुजारी चिन्मया कृष्णा दास की गिरफ्तारी लॉ एंफोर्समेंट एजेंसी ने 25 नवंबर को थी. उनको देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बांग्लादेश की कोर्ट से उन्हें मंगलावर को जमानत नहीं मिली और जेल भेजने का आदेश दे दिया गया. इसके बाद उनके समर्थक संड़कों पर आ गए और उग्र विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
वकील की हत्या को लेकर हिंदू संगठन ‘बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते’ की ओर से एक बयान में कहा गया कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. वकील की सुनियोजित हत्या एक समूह ने की और सनातनियों पर दोष मढ़ने का प्रयास किया जा रहा है.
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