ईरान की कट्टरपंथी मुस्लिम सरकार अपने खिलाफ उठाए जाने वाली सभी आवाज को कुचल रही है. इसका अंदाजा आप हाल में ईरानी सरकार द्वारा महिलाओं के लिए लागू किए शरिया कानून को देख सकते हैं. जहां हिजाब न पहनने पर महिलाओं को प्रताड़ित करने के लिए कठोर से कठोर कानून बनाए जा रहे हैं. इसी बीच अमेरिका में स्थित मानवाधिकार समूह HRANA ने दावा किया है कि इस साल 2024 ईरान में 883 लोगों को फांसी दी गई है.
ईरान की एक इंटरनेशनल रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में इस साल 2024 फांसी से मार गए लोगों की संख्या पिछले एक दशक के मुकाबले में सबसे ज्यादा है. और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से ज्यादातर फांसी की सजा बिना किसी सार्वजनिक सूचना और अनोखे तरीके से दी गई है. ईरान सरकार द्वारा फांसी के फंदे पर चढ़ाए गए लोगों में पुरुषों की संख्या ज्यादा थी. फांसी की सजा पाकर मरे अपराधियों में पुरुषों की संख्या 772, महिलाओं की संख्या 26 और किशोर की संख्या 6 थी.
फांसी की सजा पाने वाले लोगों में अधिकतर मरने वाले अपराधी नशीली दवाईयों से जुड़े अपराध में शामिल थे. बढ़ते नशीले पर्दाथों से जुड़े मामलों के बाद हत्या के मामलों में 40 प्रतिशत की भी बढ़ोतरी हुई है. सबसे खास बात यहाँ कि है इनमें से लगभग 94 प्रतिशत अपराधियों को बहुत ही सीक्रेट तरीके से फांसी की सजा दी गई थी.
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल 2023 में ईरान में फांसी से मरने वालों की संख्या 853 थी.
बता दें, इस साल भी ईरान में हिजाब का विरोध करने के मामले में 644 महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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