कई दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार रात सत्ताधारी लिबरल पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रूडो ने कहा, “कार्यालय में सेवा करने के लिए आभारी हूं. हालांकि मैं अगले चुनाव के लिए सबसे अच्छा विकल्प नहीं हूं”. उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद संसद एक महीने तक ठप रही, लेकिन वह एक योद्धा हैं जो देश की परवाह करते हैं.
कनाडाई न्यूज सीबीसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ट्रूडो प्रधानमंत्री के पद पर तब तक बने रहेंगे जब तक उनका उत्तराधिकारी चुन नहीं लिया जाता. ट्रूडो के इस्तीफे के बाद ऐसा माना जा रहा है कि तय समय से पहले चुनाव की मांग हो सकती है.
कनाडाई नागरिकों को संबोधित करते हुए 53 वर्षीय ट्रूडो ने कहा, “सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद संसद एक महीने तक ठप रही, लेकिन वह एक योद्धा हैं जो देश की परवाह करते हैं. मैं अपने देश की बेहतरी के लिए लड़ता रहा हूं. ये लड़ाई आगे भी जारी रहेगी.” उन्होंने कहा कि लिबरल पार्टी के भीतर आंतरिक लड़ाइयां थीं, जिसके कारण उन्हें पार्टी प्रमुख और कनाडा के प्रधानमंत्री पद छोड़ने का फैसला लेना पड़ा.
#WATCH | "…I intend to resign as party leader, as Prime Minister after the party selects its next leader…Last night I asked the president of the Liberal Party to start that process..," says Canadian PM Justin Trudeau.
"…I am a fighter. Every bone in my body has always… pic.twitter.com/Cvih6YJCzP
— ANI (@ANI) January 6, 2025
जस्टिन ट्रूडो ने कहा, “मैंने गवर्नर जनरल को सलाह दी थी कि हमें संसद के एक नए सत्र की आवश्यकता है. मेरे अनुरोध को स्वीकार कर लिया गया है और सदन का 24 मार्च तक के लिए सत्रावसान होगा.”
बता दें कि अपने पद से हटने के बढ़ते दबाव के बाद जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफे की घोषणा की है. इस बीच ट्रूडो को विभिन्न मुद्दों पर व्यापक आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसमें निज्जर की हत्या पर भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप तथा भोजन और आवास की आसमान छूती कीमतें शामिल थीं.
जस्टिन ट्रूडों ने पहली बार साल 2015 में कनाडा की चुनाव जीता था. इसके बाद 2019 में भी चुनाव जीतकर वो कनाडा की सत्ता पर काबिज हुई थे लेकिन इस बार मौजूदा स्थिति को देखते हुए और जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, ट्रूडो कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पॉइलीवर से 20 प्वाइंट पीछे चल रहे है. लिबरल पार्टी के सदस्यों का भी मानना है कि ट्रूडो को आगे कर इसबार चुनाव जीतना बेहद मुश्किल है. इन सदस्यों ने ट्रूडो के विरूद्ध सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया था जिसमें ट्रूडो के कई मुश्किल प्रश्न पूछे गए थे. अब फाइनली ट्रूडो ने इस्तीफा दे दिया है.
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