कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को एक्स पर मुख्यमंत्री के “लक्ष्मी भंडार लेने वाली महिलाओं को विधवा पेंशन की चिंता नहीं करनी चाहिए” वाले बयान पर कड़ा प्रहार किया है.
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री के बयान के बाद प्रशासन और तृणमूल के स्थानीय नेताओं ने इसे अमल में लाने के लिए अनुचित तरीकों का सहारा लिया. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि नदिया जिले के शांतिपुर में पंचायत और बीडीओ ने एक जीवित व्यक्ति की पत्नी के नाम पर विधवा पेंशन मंजूर कर दी. शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल नेता, जो कटमनी में लिप्त हैं, ने इस प्रक्रिया को संभव बनाया.
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “जब जीवित व्यक्ति के नाम पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ है, तो उसकी पत्नी के नाम पर विधवा पेंशन कैसे मंजूर हो गई? इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए. साथ ही, यह भी पता लगाया जाए कि राज्य में ऐसे कितने और मामले हुए हैं.”
शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री के बयान को “कुरुचिपूर्ण” बताते हुए उनकी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री का यह बयान बंगाल की माताओं और बहनों के लिए अपमानजनक है. मैं उनके कल्याण की प्रार्थना करता हूं और मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वे इस बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगें.”
हिन्दुस्थान समाचार
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