सियोल: पिछले महीने मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा के बाद विवादों और सुर्खियों में आए राष्ट्रपति यून सुक येओल को बुधवार सुबह 10:33 बजे पुलिस ने हिरासत में ले लिया. दक्षिण कोरिया में पद पर रहते किसी राष्ट्रपति को हिरासत में लेने का यह पहला वाकया है. उन्हें तीन दिसंबर को मार्शल लॉ घोषित करने के 43 दिन बाद हिरासत में लिया गया.
द कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, जांच अधिकारियों ने उन्हें मध्य सियोल के हन्नम-डोंग स्थित राष्ट्रपति आवास से हिरासत में लिया. यहां से उन्हें ग्योंगगी प्रांत के ग्वानचेओन में उच्च-रैंकिंग अधिकारियों के भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) मुख्यालय ले जाया गया. हिरासत में लिए जाने से पहले यून ने एक रिकॉर्डेड संबोधन जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि टकराव रोकने के लिए उन्होंने सीआईओ के सामने पेश होने का फैसला किया है.
बताया गया है कि येओल को हिरासत में लेने के लिए लगभग 3,000 पुलिस अधिकारियों ने सुबह 4:20 बजे उनके आवास को घेर लिया. राष्ट्रपति आवास के सुरक्षा अधिकारियों और कर्मियों ने सामना भी किया मगर वह ज्यादा देर नहीं टिक सके. जांच अधिकारी सुबह 8:15 बजे येओल के करीब पहुंच गए. राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ चुंग जिन-सुक और वकील यून कप-क्यून ने उन्हें औपचारिकता पूरी करने की अनुमति दी.
उल्लेखनीय है कि नेशनल असेंबली में राष्ट्रपति येओल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हो चुका है. इस पर संवैधानिक अदालत को फैसला करना है. अदालत में औपचारिक सुनवाई शुरू हो चुकी है. येओल पर विद्रोह और षडयंत्र रचने का भी आरोप है.
हिन्दुस्थान समाचार
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