सियोल: दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षामंत्री किम योंग-ह्यून ने आज संवैधानिक न्यायालय में गवाही के दौरान मार्शल लॉ की जिम्मेदारी ली. उन्होंने कहा कि वह तीन दिसंबर को राष्ट्रपति यून सुक येओल की मार्शल लॉ घोषणा की जिम्मेदारी लेते हैं. उन्होंने दावा किया, ”मैंने आपातकालीन सैन्य शासन की सिफारिश की और इसके कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.”
द कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, ह्यून ने यह भी दावा किया कि येओल की मार्शल लॉ घोषणा से ठीक पहले हुई बैठक में कम से कम एक कैबिनेट सदस्य ने मार्शल लॉ की योजना के लिए समर्थन व्यक्त किया था.
संवैधानिक न्यायालय में येओल के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई में गवाह के रूप में उपस्थित होने वाले किम ने कहा, ”मैंने कथित तौर पर मार्शल लॉ के तहत एक आपातकालीन विधायी निकाय की स्थापना के लिए एक विवादास्पद नोट लिखा था.” उन्होंने कहा कि यह नोट कैबिनेट बैठक में तत्कालीन वित्तमंत्री चोई संग-मोक को दिया गया था.
हिन्दुस्थान समाचार
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