नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र से एक दिन पहले गुरुवार को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बैठक में सरकार ने सभी दलों से सहयोग की अपील की. बैठक में 36 राजनीतिक दलों के 52 नेताओं ने भाग लिया. बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि साल का पहला सत्र होने के कारण राष्ट्रपति दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी. इसके बाद आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा. 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा. इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पर चर्चा की जाएगी. चर्चा के समय को लेकर कल राज्यसभा और लोकसभा अध्यक्ष कार्यमंत्रणा समिति की बैठक करेंगे और इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सर्वदलिय बैठक पर कहा, "हमने सभी के बयान, टिप्पणियां नोट की हैं। हमने शुरुआत में सभी दलों से अपील की है कि यह साल का पहला संसद सत्र है, इसलिए इसकी शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी। इसके बाद 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया… pic.twitter.com/TPVYZpt7Oj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2025
उन्होंने बताया कि 5 फरवरी को दिल्ली में मतदान के कारण अवकाश रहेगा और संसद की कार्यवाही भी नहीं चलेगी. बजट सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक चलेगा. इसके थोड़े समय के अंतराल के बाद 10 मार्च को बजट सत्र का दूसरा भाग आरंभ होगा. सरकार के पास इस सत्र के लिए 16 विधेयक और 19 संसदीय कार्य हैं.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्ष की ओर से हमने चिंता जताई कि संसद को एकतरफा तरीके से चलाया जा रहा है. जेपीसी में भी विपक्ष की ओर वक्फ विधेयक में उठाए गए संशोधन को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया जबकि दूसरी ओर सत्ता पक्ष की ओर से किए गए बदलावों को स्वीकार कर लिया गया. हमने इस मुद्दे पर भी अपने विचार रखे. महाकुंभ के दौरान हुए हादसे पर भी बैठक में हमारी ओर से दुख जताया गया.
हिन्दुस्थान समाचार
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