नई दिल्ली। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव से चंद दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के सात विधायकों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले विधायकों में त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित महरौलिया, जनकपुरी से राजेश ऋषि, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, पालम सीट से भावना गौड़, बिजवासन से बीएस जून, आदर्श नगर से पवन शर्मा और महरौली से नरेश यादव हैं। वहीं सभी लोगों के इस्तीफे के पेपर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इस्तीफा देते हुए रोहित महरौलिया ने अरविंद केजरीवाल के नाम पत्र लिखा। उन्होंने कहा, “मैं अन्ना आंदोलन के समय अपनी 15 साल पुरानी नौकरी छोड़कर, ये सोचकर आपके साथ जुड़ा था कि हजारों सालों से छुआछूत, भेदभाव और शोषण का दंश झेलते आ रहे हमारे समाज की आप शायद बराबरी का दर्जा एवं सामाजिक न्याय दिलाकर बाबा साहेब के सपनों को सरकार करेंगे।”
“आपने कई बार सार्वजनिक मंचों से यह कहा था कि जब हम सत्ता में आएंगे तो दलित समाज/वाल्मीकि समाज के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे। कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे और ठेकेदारी प्रथा को पूरी तरह से बंद करेंगे। आपकी बात पर भरोसा करके मेरे समाज ने एक तरफा आपको लगातार समर्थन दिया, जिसके बूते पर दिल्ली में तीन-तीन बार सरकार बनी।”
पत्र में उन्होंने आगे लिखा, “बावजूद इसके ना तो ठेकेदारी प्रथा बंद हुई और ना ही 20-20 साल से कच्ची नौकरी पर काम करने वाले लोगों को पक्का किया गया। वहीं रोहित के साथ ही विधायक नरेश यादव ने अपने इस्तीफे में लिखा, “भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी का उदय राजनीति से भ्रष्टाचार को खत्म करना था, लेकिन, अब मैं बहुत दुखी हूं कि आम आदमी पार्टी बिल्कुल भी भ्रष्टाचार कम नहीं कर पाई। बल्कि वह भ्रष्टाचार के दलदल में लिप्त हो चुकी है।”
हिन्दुस्थान समाचार
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