नई दिल्ली: पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक बार फिर उत्तर भारत के मौसम में बदलाव हो सकता है. आठ फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होने से पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने से न्यूनतम तापमान में चार डिग्री पर लुढ़क सकता है. बुधवार को मौसम विभाग ने बताया कि आठ फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में पहुंचेगा, जिसके प्रभाव से 08 और 14 फरवरी के बीच पहाड़ों पर मौसम की गतिविधियां बनेंगी. 09 और 11 फरवरी के बीच इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है. हालांकि, बारिश और बर्फबारी मुख्यत: पहाड़ों तक सीमित रहेगी. आईएमडी ने दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया है, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक होगा. मौसम विभाग ने दिन में बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना व्यक्त है.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अगले दो तीन दिनों तक तापमान में 2-3 डिग्री की क्रमिक गिरावट होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि और उसके बाद 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है. महाराष्ट्र में अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है. कुछ एक स्थानों पर बर्फबारी भी हो सकती है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में और भी वृद्धि हो सकती है, लेकिन फिर गिरावट भी आएगी.
प्रदूषण में आई कमी
हवा की गति और बारिश के कारण दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण में गिरावट दर्ज की गई है. राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 258 के आसपास दर्ज किया गया. गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 302 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में है, जबकि फरीदाबाद का एक्यूआई 217 दर्ज किया गया .
हिन्दुस्थान समाचार
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