दिल्ली चुनाव नतीजों में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. वही जनता ने आम आदमी पार्टी को विपक्ष में बैठा दिया है. नतीजों के बाद आतिशी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राजभवन जाकर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. वहीं एलजी ने पिछली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है. इस अधिसूचना के साथ नई विधानसभा के गठन का रास्ता साफ हो गया है. 18 वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
Delhi LG Vinai Kumar Saxena dissolves the Seventh Legislative Assembly of the National Capital Territory of Delhi with effect from 08th February, 2025
BJP emerged victorious in #DelhiAssemblyElection2025 yesterday after winning 48 out of 70 seats pic.twitter.com/d7WfcVDCXE
— ANI (@ANI) February 9, 2025
इस बार दिल्ली की जनता ने 27 सालों से वनवास झेल रही बेजीपी को मौका दिया. 70 में से 48 सीटों पर बीजेपी ने विजय पताका फहराई. बता दें सरकार बनाने के लिए 36 सीटों ही चाहिए लेकिन बीजेपी ने 12 सीटें ज्यादा जीत ली. वहीं 10 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली. यह चुनाव आम आदमी पार्टी के गठन के बाद से दिल्ली में बेहद शर्मनाक हार वाला चुनाव था. 2013 में जब पहली बार आप ने दिल्ली में चुनाव लड़ा था तो भी 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस बार वो ग्राफ और भी ज्यादा नीचे गिर गया.
शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजें आए तो आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता चुनाव हार गए. खुद पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी सीट नहीं बचा पाए. वहीं मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक, सोमनाथ भारती जैसे दिग्गजों को भी हार का मुंह देखना पड़ा.
आतिशी सहित ये मंत्री जीते चुनाव
पार्टी के लिए राहत की बात यह रही कि आतिशी कालकाजी सीट से चुनाव जीत गई. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूडी को 3500 से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी. उनके साथ गोपाल राय, बाबरपुर से मुकेश अहलावत सुल्तानपुर माजरा से और इमरान हुसैन, बल्लीमारान से अपनी सीट बचाने में सफल रहे .
ये भी पढ़ें- दिल्ली में कांग्रेस का लगातार तीसरी बार नहीं खुला खाता, 67 सीटों पर जमानत जब्त
कमेंट