दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है. बीजेपी की इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है. उन्होंने दिल्ली में धुआंधार प्रचार किया और आम आदमी पार्टी को दिल्ली के आपदा बताया. पीएम मोदी की गारंटी और गुड गवर्नेंस पर जनता ने मुहर लगा दी. इस चुनाव में पीएम मोदी के अलावा ऐसे 5 बड़े दिग्गज नेता रहे. जिन्होंने राजधानी को फतह करने के लिए पर्दे के पीछे रणनीति बनाई और उसे धरातल पर शांति से अप्लाई किया. इन नेताओं की रणनीति की वजह से ही दिल्ली में 27 साल बाद कमल खिला है. आइए जानते हैं, ऐसे नेताओं के बारे में…
बैजयंत पांडा- दिल्ली चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा ने पर्दे के पीछे रहकर अपनी पार्टी के लिए जीत की स्क्रिप्ट लिखी. अक्टूबर 2024 में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने पांडा के दिल्ली के चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी दी. इससे पहले वो यूपी में संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. पांडा ने टिकट बंटवारे के बाद डैमेज कंट्रोल को रोकने में अपनी अहम भूमिका निभाई. वहीं आम आदमी के कई विधायकों को वो अपने पाले में करने में भी कामयाब रहे. पांडा ने अपने राजनीतिक अनुभव के बदौलत बूथ मैनेजमेंट का काम भी सफलतापूर्वक संभाला है.
बता दें पांडा एक समय में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बेहद करीबी माने जाते थे. फिर अलग-थलग करने के बाद वो बीजेपी संगठन में काम कर रहे हैं. बीजेपी आलाकमान उन पर बहुत भरोसा करता है.
अनुराग ठाकुर- पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने भी बीजेपी की इस प्रचंड जीत में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. दिल्ली की मुस्लिम बहुल सीटों पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी अनुराग ठाकुर के कंधों पर थी. जिसको उन्होंने बहुत ही बखूबी ढंग से निभाया. अनुराग ठाकुर ने, मुस्तफाबाद, करावल नगर और आदर्श नगर में बीजेपी के लिए रणनीति बनाई. उन्होंने घर-घर जाकर प्रचार किया. हिंदू वोटर को एकजुट किया. जिसका परिणाम यह हुआ कि मुस्तफाबाद जैसी मुस्लिम बहुल सीट पर इस बार कमल खिला. वहां से मोहन सिंह बिष्ट को रिकॉर्ड मतों विजय मिली.
रामवीर सिंह बिधूड़ी- दिल्ली की राजनीति में रामवीर सिंह बिधूड़ी एक जाना-माना नाम है. वो राजधानी की सियासत को बारिकी से समझते है. इस वक्त वो दक्षिणी दिल्ली से सांसद है. उन्होंने पार्टी के मेनिफेस्टो तैयार करने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने इसके लिए आम लोगों से सलाह-मशवरा किया और ऐसा मेनिफेस्टो तैयार किया कि जो आम आदमी पार्टी की रेवड़ी पॉलिटिक्स पर भारी पड़ा.
बीजेपी के घोषणापत्र में महिलाओं को 2500 रूपये प्रतिमाह देने का वादा था. तो रसोई गैस सिलेंडर 500 रूपये में देने का वादा भी किया. वहीं झुग्गी-झोंपड़ी वालो को स्थायी आवास का वादा भी किया गया.
मनोज तिवारी- उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने बीजेपी की जीत में अपनी बड़ी भूमिका अदा की उन्होंने ही पार्टी के लिए कैंपेन सॉन्ग तैयार किया. जिसमें आम आदमी पार्टी की पोल खोली गई. वहीं बड़े मामलों में तुरंत वो डैमेज कंट्रोल करते नजर आए. बता दें जिस लोकसभा क्षेत्र ने तिवारी आते हैं. वहां 5 सीटों पर इस बार कमल खिला है. पिछली बार सिर्फ 2 विधानसभा ही जीते थे.
अतुल गर्ग- दिल्ली से सटे गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग भी दिल्ली चुनाव के नायक के तौर पर गिने जाते हैं. वो दिल्ली चुनाव के सह-प्रभारी थे. अतुल गर्ग ने लगातार बूथ मैनेजमेंट को लेकर छोटी-छोटी बैठके की. उन्होंने पीएम मोदी का पत्र घर-घर पहुंचाने और बीजेपी का नैरिवेटिव लोगों तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया.
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