उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले में लगातार फर्जी मदरसे लगातार पकड़े जा रहे हैं. मदरसा संचालकों द्वारा सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया जा रहा है. ऐसे 22 और मदरसा प्रबंधकों पर 11 फरवरी 2025 को मुकदमा दर्ज किया गया. आजमगढ़ में संचालित मदरसों का न तो भवन का पता है और न ही इनके छात्रों का. सरकार से मिलने वाले अनुदान का लाभ लेने के लिए इनमें से कई प्रबंधक को दो से चार मदरसों का संचालन कर रहे थे.
बता दें आजमगढ़ में संचालित मदरसों के द्वारा फर्जी शिक्षकों के नाम पर भी सरकार से धन लिया जा रहा था. इस बात का खुलासा एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में किया है. आजमगढ़ जिले में अब तक फर्जी मदरसा संचालकों के खिलाफ 41 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं.
पहले 11 मदरसों पर दर्ज हुआ था केस
इससे पहले 10 फरवरी को भी मदरसा पोर्टल ऑनलाइन फीडिंग में 313 मदरसे मानक के अनुरूप नहीं मिले. और जब एसआईटी ने जांच की तो 219 मदरसों का अस्तित्व में ही नहीं मिले. एसआईटी ने जब मदरसा प्रबंधकों द्वारा मदरसा पोर्टल पर दर्ज किए गए डाटा की जांच की तो कई मदरसे की जगह शटरनुमा दुकानें संचालित होती मिलीं, तो कहीं धरातल पर मदरसा ही नहीं मिला. जिसके बाद मदरसा की प्रबंधक रुमाना बानो पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया.
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