लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेशनल कोआर्डिनेटर के पद से मुक्त होने के बाद सोमवार को आकाश आनंद का सोशल मीडिया पर एक पोस्ट आया है. इसमें उन्होंने कहा कि बहन जी के हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर है. मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं, उस फैसले के साथ खड़ा हूं.
आकाश आनंद ने लिखीं बड़ी बातें
मैं परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी का कैडर हूं, और उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का…
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) March 3, 2025
आकाश आनंद ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि मैं बहन मायावती का कैडर हूं. उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं. ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है. लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है. ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं. बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा. मैं अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा.
उन्होंने लिखा कि कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया. उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है. यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता. इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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