90 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या वाले देश किर्गिस्तान की सरकार ने महिलाओं के बुर्के और हिजाब पहनने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार की ओर से कहा गया है कि नकाबों के अंदर आतंकी छिपे हो सकते हैं, इसलिए महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर नकाब न पहनें. सरकार की ओर से एक और बात साफ की गई है कि शरीयत में हिजाब या बुर्के पहनने अथवा सिर से लेकर पैर तक को पूरी तरह से ढंकने को जरूरी नहीं माना गया है, इसलिए सरकार के इन फैसलों को सभी लोग मानें.
नियम नहीं मामने पर दंड
किर्गिस्तान सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के हिजाब और बुर्के पर प्रतिबंध वाले प्रस्ताव को मुसलमानों के धार्मिक प्रशासन (मुफ्तयात) ने अपनी मंजूरी दे दी है. मुफ्तयात का कहना है कि पूरे शरीर को ढककर चलने वाली महिलाएं एलियन लगती हैं. इसलिए वे केवल अपने चेहरे को ढककर चलें. सरकार के नियमों में सख्त चेतावनी दी गई है कि निर्धारित नियमों का पालन नहीं करने पर दंड दिया जाएगा. इसके तहत आरोपी को जेल की सजा और 20 हजार सोम (किर्गिस्तानी मुद्रा) का फाइन लगाया जाएगा.
नकाब पहनने वालों के खिलाफ चलेगा अभियान
किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने सुरक्षा को देखते हुए देश में मनमाने तरीके से नकाब पहनने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की घोषणा की है. सरकार का कहना है कि हमने देखा है कि बुर्का और हिजाब का असामाजिक तत्व दुरुपयोग कर रहे हैं, इससे जुड़ी कई घटनाओं को देखने के बाद ही इस पर रोक लगाने का फैसला किया गया है.
बता दें कि इससे पहले उज्बेकिस्तान ने भी इस्लामिक कट्टरता से निपटने के लिए पिछले साल देश के मुसलमानों के लंबी दाढ़ी रखने पर प्रतिबंध लगा दिया था. सरकार ने इस्लामिक कट्टरपंथ से निपटने और धर्मनिरपेक्षता को आगे बढ़ाने के लिए ये निर्णय लिया था.
कमेंट