नई दिल्ली: पाकिस्तान की ओर से गुरुवार/शुक्रवार की रात को अचानक भारत के करीब आधा दर्जन शहरों और कई एयरबेस पर हमला किया गया। ड्रोन से मिसाइलें दागी गईं। इसके बाद भारतीय सेनाएं पूरी तरह सक्रिय हो गई। भारत के कई सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर पाकिस्तानी मिसाइलों को भारतीय सुरक्षाबलों ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर-सियालकोट-कराची और इस्लामाबाद में गोले बरसाए। लाहौर शहर को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान की ओर कई मिसाइलें दागीं। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, लेकिन पाकिस्तान ने दो एफ-16 के नष्ट होने की पुष्टि की है।
भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान ने 7/8 मई की रात में देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे सतर्क भारतीय बलों ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक कई पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया। इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। रूस से मिली शक्तिशाली एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली का पहली बार उपयोग करके भारत पर हमला करने की कोशिश करने वाली पाकिस्तानी मिसाइलों को मार गिराया गया।
इसके बाद पाकिस्तान ने आज रात 8.30 बजे के करीब अचानक भारत के राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात को निशाना बनाकर ड्रोन से मिसाइल हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रोका गया। पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में 8 मिसाइलें दागीं, लेकिन सभी को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने निष्क्रिय कर दिया। जैसलमेर में डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी ड्रोन हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे विस्फोटों की आवाज ने आम नागरिकों को दहला दिया और आसमान में चमकती हुई रोशनी देखी गई।
पाकिस्तान ने जम्मू को निशाना बनाकर गोलाबारी की है, लेकिन भारतीय वायु रक्षा तोपों में जवाबी फायरिंग कर मुंहतोड़ जवाब दिया।
जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 (सुदर्शन चक्र) ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भी पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। उधमपुर और जम्मू संभाग के सांबा में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया और लोगों से अपने घरों की ओर जाने की अपील की जा रही है। यहां लगातार सायरन की आवाजें सुनी जा सकती हैं।
पाकिस्तान की इस हिमाकत के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सभी सीमाओं पर आईएल-17 एयर डिफेंस गन का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के हमलों को निर्धारित एसओपी के अनुसार बेअसर कर दिया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर, सियालकोट, कराची और इस्लामाबाद में गोले बरसाए। लाहौर शहर को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान की ओर कई मिसाइलें दागी। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के पंजाब में स्थित डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह तबाह कर दिया। पाकिस्तान के दो एफ-16 जैसलमेर और अखनूर में मार गिराए। इसके अलावा पोखरण के पास दो जेएफ-17 विमानों को मार गिराया गया। लाहौर के ऊपर एक अवाक्स काराकोरम ईगल को मार गिराया गया। भारतीय वायु सेना ने कुल 5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमान और 100 से ज़्यादा मिसाइलें और ड्रोन भी मार गिराए गए। इसमें 2 पाकिस्तानी पायलट घायल हुए हैं।
भारत ने पाकिस्तान के एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम को पंजाब प्रांत में मार गिराया है।
भारत ने लाहौर पर बड़ा हमला शुरू किया है और पाकिस्तान पर हमले के लिए राजस्थान से फाइटर जेट उड़ चुके हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भारी धमाके हुए हैं। उरी सेक्टर में भारी फायरिंग हो रही है। भारत की ओर से 4 एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव किए गए हैं। आर्मी एयर डिफेंस यूनिट्स ने केजी टॉप के पास पाकिस्तान के ड्रोन मार गिराए हैं। जम्मू में एस-400 वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय किए जाने के बाद बिजली सप्लाई बंद कर दी गई, ताकि सिस्टम की कार्यक्षमता प्रभावित न हो।
इसी बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के चीफ के साथ बड़ी बैठक की। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी से बात की है। विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, “आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने के लिए भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई। किसी भी तरह की वृद्धि पर कड़ी प्रतिक्रिया होगी।”
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज शाम अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की। सचिव ने तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के लिए अमेरिकी समर्थन व्यक्त किया और संचार में सुधार के लिए निरंतर प्रयासों को प्रोत्साहित किया। सचिव ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के लिए अपनी संवेदना दोहराई और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।
हिन्दुस्थान समाचार
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