नई दिल्ली: देश के दिग्गज कारोबारी समूह टाटा का मार्केट कैप पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से आगे निकल गया है. समूह की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 365 अरब डॉलर (30 लाख करोड़ रुपये) से अधिक है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के अनुसार आर्थिक और राजनीतिक संकट में फंसे पाकिस्तान की जीडीपी लगभग 341 अरब डॉलर ही है.
एक रिपोर्ट के अनुसार नमक से लेकर हवाई जहाज तक का कारोबार संभालने वाली टाटा समूह की कंपनियों के शेयर में हाल के दिनों में जबरदस्त आई तेजी से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिले हैं. समूह के संयुक्त मार्केट कैप में भी उछाल आया है. टाटा समूह की सभी सूचीबद्ध कारोबारों में आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण करीब 15 लाख करोड़ रुपये (170 अरब डॉलर) है, जो पाकिस्तान की जीडीपी के आधे हिस्से के बराबर है.
टाटा समूह की कंपनियों ने पिछले एक वर्ष में निवेशकों को मालामाल कर दिया है. समूह की परिधान कंपनी टाटा ट्रेंट ने बीते एक साल में 195 प्रतिशत, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्प ने 153 प्रतिशत, टाटा मोटर्स ने 113 प्रतिशत, टाटा पावर ने 83 प्रतिशत, इंडियन होटल्स ने 67 प्रतिशत, टाटा कंज्यूमर ने 57 प्रतिशत, टाटा कम्यूकेशंस ने 43 प्रतिशत, टाइटन ने 45 प्रतिशत, टीसीएस ने 16 प्रतिशत, टाटा स्टील ने 27 प्रतिशत, टाटा इलेक्सी ने 12 प्रतिशत, वोल्टास ने 24 और टाटा टेलीसर्विसेज ने 36 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.
इसके अलावा टाटा समूह की कई ऐसी बड़ी कंपनियां है, जो मौजूदा समय में शेयर बाजार में सूचीबद्ध नहीं है. इसमें समूह की होल्डिंग कंपनी- टाटा संस, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस सिस्टम, एयर इंडिया और विस्तारा एवं कई अन्य कंपनियों का नाम इस सूची में है. वहीं, इसमें से कई कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लाने की योजना टाटा समूह कर रही है.
उल्लेखनीय है कि भारत की मौजूदा अर्थव्यवस्था 3.7 ट्रिलियन डॉलर की है, जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के आकार से लगभग 11 गुना बड़ी है. वहीं, वित्त वर्ष 2028 तक भारत का लक्ष्य दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है. फिलहाल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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