बिलासपुर/रायपुर: बिलासपुर जिले में स्थित गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने समारोह में उपाधि और गोल्ड मेडल प्राप्त विद्यार्थियों को अग्रिम जीवन की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि, बाबा गुरु घासीदास एकता और समानता के प्रतीक थे, हमें उनकी शिक्षाओं और संदेशों से प्रेरित होकर आगे बढ़ना चाहिए.
उपराष्ट्रपति ने युवाओं को बदलती तकनीकी से तालमेल बैठते हुए हुए कौशल एवं नवाचार के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि, जीवन में कभी भी असफलता से घबराएं नहीं बल्कि उससे सीख लेते हुए आगे बढ़ें. उन्होंने विश्वास और साहस के साथ आगे बढ़ते हुए राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया.
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने समारोह में आगे कहा कि समावेशी विकास भारत की परंपरा का हिस्सा रहा है. विकास का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे ऐसा हमें प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सुशासन के संकल्प के साथ भारत विकास की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है, रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. उन्होंने युवाओं को अवसरों को पहचानने और नवाचारों के साथ निरंतर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया.
धनखड़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज बाहुल्य राज्य है. यहां समृद्धि की काफी संभावनाएं हैं, इसलिए विकास की ऐसी रणनीति बनाएं जिससे सामूहिक समृद्धि बड़े और जन-जन का विकास संभव हो. उन्होंने कहा कि विगत वर्ष में नक्सली उन्मूलन की दिशा में काफी अच्छे प्रयास हुए हैं और इन क्षेत्रों में विकास की रफ्तार भी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जनजातियां छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा की स्रोत है.
समारोह में सत्र 2022-23 के 78 एवं 2023-24 की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 77 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण मंडित पदक, 9 दानदाता पदक, 1 गुरू घासीदास पदक तथा 1 कुलाधिपति पदक सहित 85 पदक प्रदान किये गये. इसके साथ ही सत्र 2022-23 एवं सत्र 2023-24 के कुल 122 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत रुद्राक्ष का पौधा लगाया और वृक्षारोपण का संदेश दिया.
इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केन्द्रीय आवासन शहरी एवं राज्यमंत्री तोखन साहू, विधायक अमर अग्रवाल, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल, एआईसीटी के प्रोफेसर टी.जी. सीताराम, राष्ट्रीय शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रमुख डॉ. अतुल भाई कोठारी सहित शिक्षाविद, अनुसंधानकर्ता और बड़ी संख्या में विद्यार्थी-अभिभावक, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.
हिन्दुस्थान समाचार
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